बाढ़. बिहार बदलाव यात्रा के दौरान बाढ़ के मकसूद बीघा दुर्गा मंदिर के सामने रविवार शाम 5:30 बजे के आसपास प्रशांत किशोर बाढ़ में जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा इस बार लालू, नीतीश, मोदी का चेहरा देखकर नहीं अपने बच्चों की शिक्षा-रोजगार के लिए वोट देना है. इस दौरान उन्होंने कहा छठ के बाद 50 लाख युवाओं को बिहार में ही 12 हजार रुपये तक का रोजगार मिलेगा. इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी. छठ के बाद बाढ़ के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा. बिहार भर के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं 10-12 हजार रुपये का रोजगार दे दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जायेगी. उन्होंने कहा कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जायेगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी, ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके.
संबंधित खबर
और खबरें