संवाददाता, पटना व्यस्ततम वाणिज्यिक केंद्रों में से एक मौर्यलोक कॉम्प्लेक्स इन दिनों गंभीर जल संकट से जूझ रहा है. पिछले दो दिनों से कॉम्प्लेक्स में पानी की सप्लाइ ठप पड़ी है. दुकानदारों ने बताया कि कॉम्प्लेक्स के मुख्य मोटर के जलने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. इससे न केवल 250 से अधिक दुकानें प्रभावित हैं, बल्कि यहां स्थित कई सरकारी कार्यालयों और बैंकों का सामान्य कार्य भी ठप हो गया है. चार ब्लॉक में बने मौर्यलोक कॉम्प्लेक्स में आठ शौचालय हैं. पानी की सप्लाइ नहीं हाेने से शौचालय से बदबू आ रही है. इतना ही नहीं, चाय विक्रेता बोतलबंद पानी से चाय बना कर दुकानदारों और सरकारी कार्यालयों में परोस रहे हैं. दुकानदार अशोक त्रिवेदी ने बताया कि काॅम्प्लेक्स में सुबह से शाम तक हजारों लोग आते हैं. दुकानें, कैफे, सरकारी दफ्तर, बैंक और विभिन्न सेवाएं यहां संचालित होती हैं. ऐसे में पानी की आपूर्ति बाधित होने से हर वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दुकानदारों ने बताया कि ग्राहकों को पेयजल तक उपलब्ध नहीं कराया जा पा रहा है. वहीं, शौचालयों और साफ-सफाई में भी भारी कठिनाई हो रही है.यहां दुकान चलाने वाले सिद्धार्थ जैन ने बताया कि पिछले दो दिनों से हम खुद पानी खरीद कर ला रहे हैं. दुकान चलाना मुश्किल हो गया है. ग्राहकों को भी असुविधा हो रही है. स्थानीय दुकानदारों और ऑफिस कर्मियों ने इस संकट के लिए नगर निगम और भवन निर्माण विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि मोटर कई बार खराब हो चुका है, लेकिन समय पर मरम्मत या वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती है. व्यवसायियों ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर इतने बड़े कॉम्प्लेक्स में कोई वैकल्पिक मोटर या पानी की व्यवस्था क्यों नहीं है? एक दिन के भीतर भी नगर निगम पानी टैंकर तक उपलब्ध नहीं करा सका, जिससे लोगों में भारी नाराजगी है.
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