क्या-क्या बनाया जायेगा
करीब 2878 वर्ग मीटर में फैले इस स्टेडियम का मुख्य आकर्षण एक 41 फीट ऊंचामल्टीपरपज हॉल होगा. इसमें वॉलीबॉल, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, कबड्डी, बॉक्सिंग समेत अन्य इनडोर खेलों की सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इसके अलावा एक अलग बिल्डिंग में खिलाड़ियों के लिए शौचालय, चेंजिंग रूम, वार्म-अप जोन, प्रशासनिक ऑफिस, वेलकम रूम और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र जैसी मूलभूत सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी.
इंटरनेशनल लेवल का बनाया जायेगा
स्टेडियम में लगभग 25,000 वर्ग फीट में लकड़ी का फ्लोर बिछाया जाएगा. इसे आधुनिक ऑडियो-वीडियो सिस्टम, लाइट और लाइव प्रसारण की सुविधाओं के साथ तैयार किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार स्पोर्ट्स इक्विपमेंट और फर्नीचर लगाए जाएंगे. साथ ही विद्युत सबस्टेशन, UPS बैकअप और CCTV आधारित निगरानी प्रणाली की भी व्यवस्था की जाएगी.
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किनके निगरानी में काम पूरा होगा
परियोजना को EPC मॉडल पर लागू किया जाएगा, जिसमें मिट्टी परीक्षण से लेकर संरचनात्मक डिज़ाइन, निर्माण और कमीशनिंग तक की सभी जिम्मेदारियां ठेकेदार की होंगी। सभी कानूनी स्वीकृतियों और तकनीकी निरीक्षण का कार्य IIT/NIT विशेषज्ञों की निगरानी में पूरा किया जाएगा. लगभग 22 करोड़ की लागत से बनने के बाद यह इंडोर स्टेडियम खिलाडियों को सभी आधुनिक सुविधा प्रदान करेगी.
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