पटना. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ उठाने वाले बिहार के लोग व्यापार-व्यवसाय के क्षेत्र में ऊंची उड़ान भर रहे हैं. यह योजना राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता की राह खोल रही है. इस योजना के तहत अबतक कुल 43049 उद्यमी लाभान्वित हुए हैं। और कुल 3035.54 करोड़ रुपये राशि का वितरण हो चुका है. इस योजना के अंतर्गत युवाओं ने कई प्रकार के उद्यम स्थापित किए हैं. उदाहरण के लिए बाढ़ के रौशन कुमार ने फ्लैक्स प्रिंटिंग का कारोबार शुरू किया है. इसके जरिये उन्होंने अपने साथ कई अन्य लोगों को भी रोजगार दिया है. ठीक वैसे ही ममता चौधरी ने रेडीमेड गारमेंट्स का कारोबार शुरू किया है. शिप्रा, वंदना गुप्ता जैसे कई लोगों ने अपना कारोबार शुरू कर अन्य लोगों को भी रोजगार प्रदान किया है. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के लाभार्थी रौशन कुमार ने बताया कि सरकार ने उनकी काफी मदद की है जिसकी वजह से वे अपने सपने को पूरा कर पाए. वर्ष 2018 में शुरू हुई इस योजना का उद्देश्य शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करना है. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत शिक्षित युवा उद्यमियों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है. इसमें अधिकतम पांच लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण शामिल है, जबकि शेष अधिकतम पांच लाख रुपये अनुदान के रूप में तीन किस्तों में प्रदान की जाती है.
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