पूर्णिया. मेडिकल के मामले में समृद्ध कहे जाने वाले इस जिले में निजी अस्पतालों की भारी भीड़ के बीच राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल संजीवनी साबित हो रहा है. खास तौर पर वैसे वर्गों के लिए जो गरीब और लाचार हैं और बड़े अस्पतालों का खर्च नहीं उठा सकते. हालांकि जीएमसीएच में अभी भी काफी सुविधाओं की अनुपलब्धता है और काफी कुछ किया जाना बाकी है. लेकिन लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप यहां धीरे धीरे चीजें व्यवस्थित हो रही हैं. उपचार के साथ साथ विभिन्न प्रकार की जांच सम्बन्धी क्रियाकलापों में गतिविधियां तेज हुई हैं. इसी कड़ी में बहुत जल्द जीएमसीएच में ‘बोन मैरो’जांच की सुविधा भी उपलब्ध होने वाली है. बोन मैरो टेस्ट से कैंसर का पता लगाने में होगी सहूलियत
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