पूर्णिया में भितरघात के आरोप में 4 जदयू नेता पार्टी से आउट, एक्शन के बाद खुलकर सामने आया प्रत्याशी से मनमुटाव…

पूर्णिया में जदयू उम्मीदवार की हार के बाद अब पार्टी ने विरोध में काम करने वाले पार्टी पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | June 16, 2024 2:22 PM
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पूर्णिया में जदयू जीत का हैट्रिक लगाने से इसबार चूक गयी. एनडीए की तरफ से जदयू के प्रत्याशी संतोष कुशवाहा निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव से सीधे मुकाबले में हार गए. संतोष कुशवाहा लगातार दो टर्म से पूर्णिया के सांसद थे लेकिन तीसरी बार उन्हें करीबी टक्कर में पप्पू यादव ने हरा दिया. इस सीट पर हार-जीत का अंतर 23847 वोट से तय हुआ. वहीं जदयू अब इस सीट पर हार की वजह को लेकर मंथन भी कर रही है और पार्टी में रहकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले जदयू के पदाधिकारियों पर एक्शन भी ले रही है. जदयू के प्रदेश महासचिव से लेकर कई अन्य पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर किया गया है.

जदयू के और तीन पदाधिकारियों पर गिरी गाज

पूर्णिया में पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण जदयू में और कई नेताओं पर गाज गिरी है. पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश कुमार ने जारी बयान में बताया कि जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के निर्देश पर जिला जदयू के पदाधिकारी मो. इरफान, महावीर मंडल और जुगल हांसदा को पद से मुक्त करते हुए पार्टी की प्रारंभिक सदस्य से 6 वर्ष के लिए निष्काषित किया गया है. उन्होने बताया कि इन सभी पर लोकसभा चुनाव 2024 में दल और नेतृत्व के निर्णय के विरुद्ध कार्य किये जाने का आरोप है. बता दें कि दो हाल में ही आलाकमान ने जदयू के प्रदेश महासचिव जितेंद्र यादव को भी पार्टी से बाहर किया है.

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हार के लिए वह खुद जिम्मेदार, ठीकरा मेरे सिर पर फोड़ा गया : जितेंद्र यादव

जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव जितेंद्र यादव ने शनिवार को पूर्णिया में अपने शिवनगर, खुश्कीबाग स्थित निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी द्वारा उन्हें निष्कासित किये जाने पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पार्टी के आदेश को मैं स्वीकार करता हूं लेकिन मैं अपना नेता और अभिभावक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मानता हूं. इसलिए मैं पर्दे के पीछे के सच और साजिश को उनके सामने रखूंगा और उनका जो भी निर्णय होगा, उन्हें मान्य होगा.

पार्टी के फैसले से जतायी नाराजगी, प्रत्याशी सह पूर्व सांसद पर लगाया आरोप

जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि जिस पार्टी के लिए मैंने 10 वर्षों तक अपना खून-पसीना बहाया और रात-दिन एक कर दिया, उसने निष्कासन के फैसले से पहले मेरा पक्ष भी जानना उचित नहीं समझा. जितेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि इस पूरी साजिश के पीछे पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी संतोष कुशवाहा हैं, जिन्होंने अपनी हार का ठीकरा मेरे सिर पर फोड़ा है. जबकि अपनी हार के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं.

एंटी इंकम्बेंसी को बताया हार की वजह

जितेंद्र यादव ने कहा कि एंटी इंकम्बेंसी की वजह से जदयू प्रत्याशी की हार हुई. उन्हें हराने में उनके करीबी की प्रमुख भूमिका रही लेकिन मुझे बलि का बकरा बनाया गया. पूर्णिया में जदयू प्रत्याशी की हार पार्टी की हार नहीं संतोष कुशवाहा की व्यक्तिगत हार है. उन्होंने कहा कि मैं नामंकन के समय से लेकर चुनाव तक उनके पक्ष में लगातार काम करता रहा. इसके गवाह पूर्णिया की जनता एवं मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी एवं श्रवण कुमार आदि रहे हैं. मंत्री श्रवण कुमार के साथ तो मैं दो दिनों तक रुपौली विधानसभा क्षेत्र के सघन दौरे पर भी रहा. यहां तक कि संतोष कुशवाहा के रोड शो के दौरान उनके चुनाव रथ पर भी सवार रहा. बीच के दिनों में चुनाव से पहले निजी कार्य से देहरादून गया लेकिन वापस लौटकर चुनाव के लिए काम किया.

प्रत्याशी पर लगाए आरोप, खुलकर पुराने मनमुटाव पर बोले..

जितेंद्र यादव ने कहा कि चुनाव के दौरान संतोष कुशवाहा द्वारा उनका लगातार उपेक्षा एवं अपमानित किया गया. वाबजूद मैं उनके पक्ष में प्रचार करता रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में मेरी धर्मपत्नी सह पूर्णिया की महापौर विभा कुमारी भी मंच से संबोधन में संतोष कुशवाहा को जिताने का आग्रह करती रही. पूर्व जदयू नेता ने कहा कि पूरा शहर जानता है कि महापौर विभा कुमारी जब अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से हटाई गई थी तो उसमें उनकी अहम भूमिका थी. वहीं वर्ष 2022 के महापौर चुनाव में संतोष कुशवाहा जी और उनके पूरे परिवार ने खुले तौर पर महापौर विभा कुमारी जी को हराने का हरसंभव प्रयास किया लेकिन असफल रहे.

साजिश के तहत कार्रवाई बताया..

जितेंद्र यादव ने कहा कि दरअसल, संतोष कुशवाहा को मेरी और महापौर विभा कुमारी की बढ़ती लोकप्रियता से परेशानी है. इसलिए अपनी हार की आड़ में पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को दिग्भर्मित कर मुझे पार्टी से निष्कासित कराया गया. उन्होंने कहा कि इस साजिश में पार्टी के कई लोग शामिल हैं. समय आने पर हर चेहरे को बेनकाब किया जाएगा.

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