फर्जी आइसीयू बंद करने के लिए दो माह की मोहलत
पप्पू यादव ने सिविल सर्जन को फर्जी आइसीयू बंद करने के लिए दो माह की मोहलत दी है. उन्होंने कहा कि जहां एमबीबीएस डॉक्टर नहीं है, वहां फर्जी आइसीयू नहीं चलेगा. बगैर डॉक्टर के जो पैथोलॉजी चला रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाये. उनके लाइसेंस को शीघ्र रद्द किया जाये. मेडिकल दुकानवाले बगैर डॉक्टर के लिखे आवश्यकता से अधिक दवा मरीज को नहीं दें. उन्होंने कहा कि डॉक्टर की मर्जी के अनुसार मरीज की जांच पैथोलॉजी में नहीं होनी चाहिए. मरीज को जहां अच्छा लगे, वहीं जांच कराए. कोई भी पैथोलॉजी या नर्सिंग होम डॉक्टर के ही होने चाहिए. जहां डॉक्टर नहीं हैं, उनके विरुद्ध सीएस कार्रवाई करें. ऐसे पैथोलॉजी और नर्सिंग होम दो माह के अंदर बंद हो जाने चाहिए.
डॉक्टरों के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होगा
सांसद ने कहा कि डॉक्टरों के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होगा. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जायेगी. उन्होंने कहा कि मेडिकल माफिया का एक गिरोह है, जो मरीज की मौत के बाद तोड़फोड़ और हंगामा करता है. इस पर अविलंब रोक लगायी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री को भी एक ज्ञापन भेज कर कार्रवाई का अनुरोध किया है.
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सहमति पर आइएमए ने न हां कहा और न ना
डॉक्टरों की फीस कम किये जाने के सवाल पर आइएमए अध्यक्ष डाॅ सुधांशु कुमार ने गोलमटोल जवाब दिया. उन्होंने कहा कि सांसद पप्पू यादव ने शहर के कई डॉक्टरों को बुलाकर अपील की है कि गरीब रोगियों को इलाज में छूट दी जाये. डॉक्टरों के साथ हुई बैठक के अंत में वह भी पहुंचे थे. सांसद ने फर्जी डॉक्टरों और फर्जी पैथोलॉजी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री को भेजे जानेवाले पत्र को दिखाया. सांसद ने गरीब मरीजों के इलाज में डॉक्टर की फीस और जांच में रियायत देने की मांग की है.