कटिहार-पूर्णिया बंद
सांसद पप्पू यादव ने कहा, ‘सीमांचल-कोसी की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार और देश का महत्वपूर्ण क्षेत्र सीमांचल-कोसी की लगातार उपेक्षा की गई है. कटिहार-पूर्णिया बंद हमारे अधिकारों की लड़ाई है, जिससे हम वर्षों से वंचित हैं. पूर्णिया-कटिहार मखाना उत्पादन में अग्रणी हैं, इसलिए इस क्षेत्र के व्यापार केंद्र पूर्णिया में मखाना बोर्ड की स्थापना होनी चाहिए.’ पप्पू यादव ने इस बंद को सफल बनाने के लिए कटिहार और पूर्णिया की जनता का आभार जताया और कहा कि हम सब मिलकर अपना अधिकार लेकर रहेंगे.
जनयुद्ध छेड़ने की चेतावनी
इससे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पप्पू यादव ने लिखा था, ‘सीमांचल कोसी की हकमारी के खिलाफ आज कटिहार पूर्णिया बंद है. मखाना बोर्ड पर गंदी राजनीति बर्दाश्त नहीं करेंगे. पीएम Look East का नारा देंगे और देश में पूर्वोत्तर का द्वार सबसे पिछड़ा क्षेत्र सीमांचल कोसी की उपेक्षा करेंगे तो हम जनयुद्ध छेड़ देंगे. जनता सड़कों पर उतर इंक़लाब लाएगी.’
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क्या है पप्पू यादव की मांग
इससे पहले पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कटिहार में बयान जारी कर कहा था कि दरभंगा यानी मिथिला क्षेत्र में अब नाम मात्र का मखाना बचा है, जबकि जमीनी स्तर पर मखाना उत्पादन में कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज अव्वल हैं और इस आधार पर पूर्णिया में ही मखाना बोर्ड की स्थापना होनी चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो पूर्वोत्तर भारत से रेल और सड़क संपर्क अनिश्चितकाल के लिए काट दिया जाएगा.
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