कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर बेलौरी में रफ्तार कम करने की मांग
शीतला पूजा मेला में लाखों की भीड़ के बीच रहती है दुर्घटना की आशंका
पूर्णिया के लोगों को इस बार फिर खलेगा बेलौरी में रोड ओवरव्रिज का अभाव
गौरतलब है कि आगामी 22 मार्च को शीतला पूजा का उत्सव आयोजित होगा. शहर के बेलौरी में पिछले कई दशकों से पूजनोत्सव के साथ मेला का भी आयोजन होता है. अहम यह है कि इस मौके पर न केवल पूर्णिया प्रमंडल के चार जिलों बल्कि पश्चिम बंगाल के लोग भी पूजन-अनुष्ठान के लिए यहां पहुंचते हैं. यह महज संयोग है कि शीतला मंदिर और मेला स्थल से सटकर रेलवे की ट्रेनें गुजरती हैं और बगल में ही गुमटी भी अवस्थित है. पूजा और मेला के दौरान गुमटी से लेकर रेलवे ट्रैक तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है और इसी भीड़ के बीच से ट्रेनें भी गुजरती हैं. पूजा समिति के सदस्यों की मानें तो लाखों लोग इस दिन पहुंचते हैं जिनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन की ओर से पुलिस बल भी तैनात किए जाते हैं.
रेलवे ट्रैक पर भीड़ को ले बनी रहती है आशंका
बेलौरी के स्थानीय नागरिकों की मानें तो पुलिस बल होने से वे घटनाओं को लेकर तो निश्चिन्त रहते हैं पर गुमटी और रेलवे ट्रैक की भीड़ को लेकर हमेशा आशंका बनी रहती है. लोगों का कहना है कि पूजा और मेला के दौरान गुमटी बंद रहने के बावजूद लोग आर-पार होते रहते हैं जबकि पूजा करने के बाद मंदिर के करीब से निकले रेलवे ट्रैक पर पैदल चल कर गंतव्य की ओर निकल जाते हैं जबकि पूजा समिति की ओर से इसकी घेराबंदी की गयी रहती है और माइक पर भक्तों को उधर से नहीं जाने के लिए मना भी किया जाता है. रेलवे के डीआरएम को दिए आवेदन में इसी आशंका का जिक्र करते हुए आयोजन स्थल के दोनों तरफ ट्रेनों की रफ्तार धीमी रखने की मांग की गयी है.
पिछले साल हुआ था रोड ओवरब्रिज का शिलान्यास
———————————-
आंकड़ों पर एक नजर
03 वर्षों में निर्माण पूरा किए जाने की है आस
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है