पूर्णिया. मकर संक्रांति में अभी देर है पर शहर के बाजारों में चूड़ा की आवक तेज हो गई है. इसी के साथ खरीदारी भी हो रही है. शहर के थोक एवं खुदरा बाजारों में चूड़ा की अलग-अलग वेराइटी उपलब्ध है पर इसमें सबसे ज्यादा डिमांड कतरनी और मालभोग की डिमांड है. वैसे, लोकल चूड़ा का स्टॉक भी यहां काफी है पर अन्य शहरों से रोजाना तीन से चार ट्रक चूड़ा का एराइवल हो रहा है. कारोबारियों की मानें तो खुशबू और स्वाद के लिए मशहूर बासमती की डिमांड भी कम नहीं है पर उसका आवक यहां कम हो रहा है. गौरतलब है कि चूड़ा व गुड़ की मकर संक्रांति पर विशेष मांग बढ़ जाती है. ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए इससे जुड़े कारोबारी मकर संक्रांति की तिथि से करीब एक माह पहले से सामान का स्टॉक तैयार कर लेते हैं. मकर संक्रांति की तिथि से करीब एक सप्ताह पहले से इन सामान के कारोबार में काफी तेजी आ जाती है. इस लिहाज से चूड़ा का सीजनल कारोबार यहां चल निकलता है. खुश्कीबाग के कारोबारी मुन्ना कुमार कहते हैं कि डिमांड के हिसाब से चूड़ा की सभी वेराइटी का स्टॉक किया जाता है पर देखा जाए बिक्री के मामले में मोटा चूड़ा सबसे आगे है.
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