भाकपा माले की पांच सदस्यीय जांच टीम ने टेटगामा का किया दौरा पूर्णिया. भाकपा माले की पांच सदस्यीय जांच टीम टेटागामा गांव का दौरा किया जहां पिछले दिनों पांच लोगों की हत्या कर दी गयी थी. टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से घटना की जानकारी ली. जांच दल में एपवा राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुलेखा देवी,संगीता देवी, सीता देवी जिला कार्यकर्ता एपवा तथा माले नेता इस्लाम उद्दीन, मो मोख्तार शामिल थे. जांच दल ने बताया कि घटना से दस दिन पूर्व पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दी गयी थी. छह जुलाई को रामदेव उरांव के भगिना को अचानक पेट में दर्द हुआ और वह बेहोश हो गया. उन लोगों को शक हुआ कि इसको भी डायन ने कर दिया है. लड़के को लेकर तथाकथित डायन के घर पहुंचा है और लड़के को ठीक करने के लिए दबाव डाला. इसी पर बात बढ़ गयी. रामदेव उरांव योजना बना कर आया और अपने अन्य साथियों के साथ पांचों को मौत के घाट उतार दिया. जांच टीम ने बताया कि मृतका कातो देवी के अभी 4 पुत्र बचे हुए हैं. खुबीलाल उरांव, अर्जुन उरांव, जितेंद्र उरांव, जगदीश उरांव. इन लोगों ने बताया कि अभी भी हम लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है कि अगर गवाही दी तो तुम लोगों को भी जिन्दा जला कर मार देंगे .पूरा परिवार अभी भी दहशत में है.भाकपा माले के नेताओं ने कहा कि आजादी के 78 वर्षों बाद भी इस गांव में रोड़, बिजली और स्वच्छ पानी, स्कूल तक नहीं है.सरकारी सुविधाओं का घोर अभाव है. जांच टीम ने बिहार सरकार से इस घटना में मारे गए परिवार के शेष लोगों को सुरक्षा प्रदान करने, इस घटना के चश्मदीद गवाहों सहित मृत बाबुलाल उरांव के बाल-बाल बचे बेटा सोनू उरांव को सुरक्षा प्रदान करने, इस घटना में शामिल सभी अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने, मृत परिवार को 50 लाख मुआवजा देने, सोनू उरांव को सुरक्षित स्थान पर पक्का मकान बनवाने, डायन के नाम पर महिलाओं को मानसिक उत्पीड़न व हत्या पर रोक लगाने तथा इस तरह की घटनाओं का पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है.
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