रणजी ट्रॉफी: बिहार की 2 टीमें मैदान में उतरी! पटना में स्टेडियम के बाहर मुंबई टीम की बस को घेरा, जानिए विवाद..

Ranji Trophy 2024: पटना में रणजी ट्रॉफी का मैच चल रहा है. बिहार पहली बार एलिट ग्रुप में आकर मैच खेल रहा है. इस दौरान शुक्रवार को बिहार की दो टीमें मैदान पर उतर गयीं तो सभी हैरान रह गए. गेट के बाहर हंगामा मचा और बीएसीए के ओएसडी पर हमला किया गया.

By ThakurShaktilochan Sandilya | January 6, 2024 12:26 PM
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Ranji Trophy 2024: बिहार क्रिकेट टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी के एलिट ग्रुप में पहुंचा है. झारखंड से अलग होने के बाद पहली बार प्रदेश में रणजी एलिट ग्रुप का मैच हो रहा है. पहले मुकाबले में बिहार और मुंबई की टीम शुक्रवार को पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम में शुक्रवार को आमने-सामने हुई. वहीं इस मैच से पहले काफी बवाल भी मचा रहा. शुक्रवार को पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी की टीम होने का दावा करके दो टीम मैदान में उतर गयी. जिसे देखकर सब हैरान रह गए. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक और हाथापाई तक हो गयी. इस भ्रम की स्थिति के कारण खेल भी लेट से शुरू हुआ.

मुंबई टीम की बस को घेरा

मोइनुल हक स्टडियम मे शुकवार को रणजी ट्रॉफी के नये सीजन का बिहार और मुंबई के बीच मैच से हुआ़.मैच का शुभारंभ बिहार सरकार के कला-संस्कृति, युवा एवं खेल विभाग के मंत्री जितेंद्र राय और महानिदेशक (निगरानी) आलोक राज ने खिलाड़यो से परिचय प्राप्त कर की.इस मैच को लेकर काफी विवाद भी बिहार की टीम के साथ हुआ. मैच शुरू होने से पहले स्टेडियम के बाहर हंगामा शुरू हो गया. मुंबई की टीम जब बस से स्टेडियम के बाहर पहुंची तो हंगामा करने वाले लोगों ने बस को घेर लिया. उन्होंने खिलाड़ियों को बाहर नहीं निकलने दिया. काफी मशक्कत के बाद टीम को स्टेडियम के अंदर पहुंचाया गया.

बीसीए के ओएसडी पर जानलेवा हमला

अभी यह हंगामा खत्म नहीं हुआ था कि दूसरी तरह बिहार क्रिकेट एसोसिशन के ओएसडी मनोज कुमार के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया गया. इस बिगड़े हालात पर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने कहा कि इन घटनाओं को बर्खास्त पूर्व सचिव अमित कुमार के द्वारा फर्जी टीम बनाकर रची गयी साजिश में शामिल लोगों ने अंजाम दिया है. इस हमले पर सभी दोषी व्यक्तियों की पहचान करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि बीएसीए के सभी पदाधिकारी और कर्मी एकजुट हैं.

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थाना पहुंचा मारपीट का मामला, केस दर्ज

बीसीए के अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में बहादुरपुर थाने में लिखित शिकायत दी गयी है. वहीं बहादुरपुर थानाध्यक्ष लालमुनि दुबे ने बताया कि मारपीट करने की शिकायत मनोज कुमार ने दर्ज करायी है. इस आधार पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. थानेदार ने बताया कि पुराने विवाद में मारपीट हुई है और इस मामले में पांच लोगों को आरोपित किया गया है.

स्टेडियम के अंदर भी जारी रहा विवाद, बिहार की दो टीमें उतरी

वहीं स्टेडियम के अंदर भी विवाद जारी रहा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई से मैच खेलने बिहार की दो टीमें मैदान में उतर गयी. जब बीसीए के अधिकारियों के बीच टीम के दावे को लेकर विवाद गहरा गया तो मैच भी देर से शुरू हुआ. मैच दोपहर एक बजे के आसपास शुरू किया गया. पहले दिन महज 67 ओवर का ही गेम हुआ.

बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने क्या कहा..

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जो टीम सबसे पहले मैदान पर पहुंची थी, उसे बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने चुना था, और यही वह टीम थी जिसने अंततः शुक्रवार को खेल खेला, जबकि बर्खास्त हो चुके सचिव अमित कुमार ने दूसरी टीम चुनी थी.इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, बीएसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा कि सचिव को निलंबित कर दिया गया है. इसलिए उनके द्वारा चुनी टीम वास्तविक टीम नहीं हो सकती है. उन्होंने बताया कि बिहार की जो टीम उतारी गयी है उनमें कई प्रतिभावन खिलाड़ी हैं.

सचिव ने अपना पक्ष रखा

वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, सचिव अमित कुमार का कहना है कि मैंने चुनाव जीता, और मैं बीसीए का आधिकारिक सचिव हूं. आप किसी सचिव को निलंबित नहीं कर सकते.बीसीसीआई का हवाला देकर उन्होंने कहा कि क्या बीसीसीआई अध्यक्ष ही भारतीय टीम का चयन करते हैं, उन्होंने याद दिलाया कि बोर्ड की विज्ञप्ति में हमेशा अंत में सचिव जय शाह के हस्ताक्षर होते हैं.

बदहाल स्टेडियम में हो रहा मैच

बता दें कि सोशल मीडिया पर पटना के मोइन-उल-हक स्टेडियम की बदहाली वाला वीडियो पूरे दिन वायरल होता रहा. स्टेडियम का 45 सालों से रेनोवेशन नहीं हुआ है. जिसका नतीजा है कि स्टेडियम की हालत जर्जर है. मेन गेट वाले छोर की छत जर्जर है. उस पर काफी संख्या में शुक्रवार को दर्शक बैठे हुए थे. खतरे को देखते हुए उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने हटाया. स्टेडियम में कई जगहों पर खतरे का साइन बोर्ड लगा हुआ था. किसी प्रकार की अनहोनी की जवाबदेही बीसीए की नहीं होगी, लिखा बोर्ड लगा हुआ था. लोगों की बैठने की जगह पर कचरों का अंबार जमा था. लोग भी इसकी निंदा कर रहे हैं.

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