छपरा. नगर क्षेत्र में सफाई, सड़क और नाला निर्माण सहित अन्य विकास योजनाओं को लेकर फरवरी और मार्च में नगर प्रशासन द्वारा बड़े-बड़े दावे किये गये थे. लेकिन मई के अंतिम सप्ताह में यह दावे अब खोखले साबित हो रहे हैं. जैसे-जैसे मानसून की संभावित तिथि नजदीक आ रही है, नगर प्रशासन और महापौर की कथनी और करनी की हकीकत सामने आने लगी है.
पार्षद बोले-सिर्फ 50 प्रतिशत ही हुई है नालों की सफाई
नगर निगम क्षेत्र के कई पार्षदों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सभी नालों की सफाई की बात केवल कागजों तक सीमित रही. पार्षद उषा देवी, नेहा देवी, बबीता सिंह, संजीव रंजन, श्याम कुमार, सुनीता देवी और रमाकांत सिंह आदि ने बताया कि अभी तक 50 प्रतिशत नालों की भी पूरी सफाई नहीं हो पायी है. खनूआ नाले का निर्माण कार्य जहां शुरू हुआ है, वह भी आधा-अधूरा है.
सड़क निर्माण में भी भारी लापरवाही
फरवरी में नगर प्रशासन और महापौर ने यह घोषणा की थी कि शहर में 150 से अधिक सड़कों और नालों का निर्माण कराया जायेगा. मार्च में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर लेने की बात कही गयी थी, लेकिन मई के अंतिम सप्ताह तक केवल 14-15 सड़कों पर ही काम शुरू हो पाया है, वह भी केवल छोटी गलियों में. प्रमुख जलजमाव क्षेत्रों की सड़कों पर अब तक कोई काम शुरू नहीं हुआ है. पार्षदों ने महापौर और नगर आयुक्त पर आरोप लगाते हुए कहा कि तकनीकी पदाधिकारियों द्वारा जानबूझकर निर्माण कार्यों को टालने का प्रयास किया गया ताकि मानसून आने के बाद काम टाल दिया जाये.
मेरे स्तर पर कोई लापरवाही नहीं हुई है
लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर
90 प्रतिशत से अधिक बड़े नालों की सफाई हो चुकी है पूरी
सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त
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