मांझी. मांझी नगर पंचायत में सामुदायिक शौचालय नहीं रहने से सबसे ज्यादा परेशानी बाजार आने वाली महिलाओं को झेलनी पड़ती है. नगर पंचायत के वार्ड 10 में एक सामुदायिक शौचालय इस्तेमाल करने लायक नहीं है. सरकार का मकसद था कि शौचालय बनेंगे, तो जिनके पास सुविधा नहीं है, वह लोग इनका उपयोग कर सकेंगे. इसके लिए भारी-भरकम धनराशि खर्च कर शौचालयों का निर्माण कराया गया था. इनमें महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गयी थी. इसके बाद भी जिम्मेदारों की उपेक्षा से शौचालय लोगों के लिए सार्थक नहीं हो रहा. सामुदायिक शौचालयों में ताले लटके रहते हैं. नगर पंचायत के वार्ड 10 में सामुदायिक भवन के पास सामुदायिक शौचालय बना और कुछ दिनों तक चालू रहा. लेकिन, उसके बाद उसमें ताला लटका दिया गया. बाजार में छोटे व अस्थायी व्यापारी, दैनिक मजदूर, आम यात्रियों और बाजार आने वाले दूर-दराज के लोगों को सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं रहने से परेशान होना पड़ता है. सार्वजनिक शौचालय की बदहाली दूर करने को लेकर नगर पंचायत प्रशासन उदासीन बना है. आये दिन लोगों को परेशानी से जूझना पड़ता है. सामुदायिक शौचालय की देखरेख की व्यवस्था नहीं की गयी. इस संबंध में मुख्य पार्षद ने बताया कि बंद पड़े शौचालय को जल्द से जल्द ठीक कराया जायेगा. ताकि लोगों को की परेशानी दूर हो सके.
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