
छपरा. ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर एसोसिएशन एवं बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त आह्वान पर बुधवार को राष्ट्रीयकृत बैंक समेत ग्रामीण बैंकों की अधिकांश शाखाओं में हड़ताल रही, जिससे कामकाज पूरी तरह ठप हो गया. बैंक कर्मियों ने भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, बैंक ऑफ बडौदा, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने प्राइवेट बैंकों को भी बंद करने का प्रभावी दबाव बनाया. हड़ताली कर्मियों ने निजीकरण बंद करने, ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने, कॉर्पोरेट कर्ज वसूलने की नीति का विरोध करने, ट्रेड यूनियन के अधिकारों पर हमला न करने और पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने सहित कई मांगें उठायी. जिले में सार्वजनिक क्षेत्र के 86 और ग्रामीण बैंकों की 80 शाखाएं हैं. इस हड़ताल के कारण करीब पांच करोड़ रुपये की नकदी और लगभग 25 करोड़ रुपये के लेन-देन में बाधा आयी. प्रदर्शन का नेतृत्व मनोज कुमार सिंह, एसएन पाठक, जयशंकर प्रसाद, मनीष कुमार, मोहम्मद शमी उजमा, मनोज कुमार ठाकुर, सुमित कुमार, अमर कुमार, मनोज कुमार राय, सुजीत कुमार श्रीवास्तव, विकास कश्यप, धर्मेंद्र कुमार, जयराम सिंह, प्रमोद कुमार, अभिषेक कुमार, राहुल राणा, निकुंज वसंत, शशि प्रकाश, यशवर्धन जैन, मंटू शर्मा, अरुण कुमार, श्रीवास्तव कुमार, शशि भूषण, विवेक कुमार, ओम प्रकाश, राजेश सिंह, राकेश कुमार, रणविजय सिंह, इंद्रजीत कुमार, दसई लाल, नंदकिशोर प्रसाद, राजीव रंजन, प्रेम कुमार गुप्ता, सोनेलाल शाह, सुनील कुमार राम, गंगा कुमार, ओम प्रकाश, राकेश कुमार आदि ने किया.
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