जय भारती सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में महिला व बच्चे हुए शामिल फोटो -26- कार्यक्रम में शामिल लोग. प्रतिनिधि, डेहरी लड़कियों ने कहा कि हम पढ़ेंगे और बढ़ेंगे. सुदूर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र से आये महिला पुरुषों ने अपने बच्चों को पढ़ाने, नशा, बाल विवाह और अंधविश्वास जैसे कुरीतियों से दूर रहने का संकल्प लिया. डालमियानगर हनुमान मंदिर के परिसर में जय भारती सेवा संस्थान की ओर से आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बच्चे और महिलाएं शामिल हुए, जिन्होंने अपने आसपास की साामाजिक बुराइयों को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया. साथ ही अपना घर, पड़ोस और पंचायत को नशामुक्त बनाने की ठानी है. संस्थान के सचिव व नगर पूजा समिति के आचार्य विनय कुमार मिश्र उर्फ विनय बाबा ने मौके पर अभिभावकों व बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का हनन करता है. वहीं उनके शिक्षा और स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है. बाल विवाह लड़के और लड़कियों दोनों को प्रभावित करता है. परंतु सबसे अधिक इससे प्रभावित लड़कियां होती हैं. बाल विवाह बच्चों की स्वतंत्रता और उनका बचपना छीन लेता है. बाल विवाह का दुष्परिणाम उनके शिक्षा और स्वास्थ्य पर स्पष्ट दिखाई देता है. इसका असर परिवार और समाज पर भी होता है. इसको नकारा नहीं जा सकता है. नशामुक्ति, बाल विवाह और अंधविश्वास कार्यशाला में बबली कुमारी, शिवानी मिश्रा, मंजू पांडे, प्रीति यादव, अंशु कुमारी, मंजू कुशवाहा, ज्योति कुशवाहा, आंचल देवी, राजेश पांडे, सविता देवी, आरती देवी, सरिता कुमारी, माया देवी, सुनैना कुंवर, अंशु यादव, अनीता देवी, भरत राय, लाल बाबू सिंह, राजेश पांडे, आशीष तिवारी, मृत्युंजय कुमार, सुशील कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद थे.
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