मंडलकारा में शिविर आयोजित कर बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य की चिकित्सकों ने की जांच फोटो-16-सासाराम मंडलकारा में आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में शामिल चिकित्सक. प्रतिनिधि, सासाराम सदर सकारात्मक विचारों के हो रहे पतन के साथ लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है. इसलिए अपने कुशल व्यवहार के साथ मनोरोग पर वार करना होगा. ये बातें सोमवार को सासाराम मंडलकारा में कैदियों के मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए वरिष्ठ क्लिनिकल साइकोलोजिस्ट डॉ विप्लव कुमार ने सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि मनो विशेषज्ञों के रिसर्च में देखा गया है कि व्यक्ति में अगर सकारात्मक विचारों का पतन होने लगता है, तो उसकी मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति गड़बड़ होने लगती है. ऐसे में अपने मानसिक स्वास्थ्य को उन्नत बनाये रखने के लिए अपनी सोच में दया, करुणा, प्रेम जैसा भाव विकसित करने पर मानसिक स्वास्थ्य का उन्नत रूप से विकास होता है. समाज द्वारा मान्य विचारधारा पर अपने व्यवहार में लगातार बदलाव के लिए प्रयासरत रहना, समय प्रबंधन, भावनात्मक प्रबंधन आदि आपके मन: स्वास्थ्य को विकसित करता है. इसलिए हम मन विशेषज्ञों का कहना है कि बदल कर व्यवहार करें मनोरोग पर वार. ऐसे में अपने जीवनशैली पर ध्यान दें और मन को स्वस्थ रखें, मनोरोग कभी भी आपके पास नहीं आएगा. इस रोग से दूर होने के लिए लोगों को बार-बार प्रयास, लगातार प्रयास जरूरी होता है. इस अवसर पर जेल चिकित्सक डॉ विपिन कुमार सिन्हा, मनोरोग विभाग के कम्यूनिटी नर्स सह केस प्रबंधक प्रियंका कुमारी व जेल फार्मासिस्ट ललन कुमार, मिथुन कुमार एड्स काउंसलर धर्मदेव सिंह ने भी कैदियों को विभिन्न बीमारी से बचाव का परामर्श दिया. मौके पर जेल उपाधीक्षक केके झा, सहायक उपाधीक्षक रंजन कुमार, स्नेहा कुमारी व सुरेश प्रसाद, चंद्रदीप राय, ब्रजेश कुमार एवं संतोष कुमार सिंह आदि मौजूद थे.
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