फोटो -6- निर्वाण दिवस पर उपस्थित लोग. तिलौथू. शिशु संस्कार केंद्र जयनगरा के प्रांगण में दिव्यांशु के तैलचित्र पर पुष्पमाला अर्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. विद्यालय के निदेशक उमेश शुक्ला ने बताया कि दिव्यांशु अल्पावधि में महज सात वर्ष में पंच तत्वों में विलीन हो गये. उनका व्यक्तित्व उद्यमी, साहसी एवं कर्तव्यनिष्ठा से ओतप्रोत था. सदैव सच्चाई के मार्ग पर चलने वाले और पर हितकारी सोच के उस महामानव का विद्यालय निर्माण में अभूतपूर्व योगदान है. व्याधि ग्रस्त होने के बावजूद वह अपने पिता उमेश शुक्ला को सदैव सांत्वना देने के साथ-साथ विद्यालय निर्माण के लक्ष्य के लिए सदैव प्रेरित करते रहे. इस अवसर पर पत्रकार सत्यानंद, भगवान बिरसा मुंडा छात्रावास तिलौथू के संचालक रवि, विद्यालय के सहयोगी शिक्षक-शिक्षिका, अभिभावक आदि उपस्थित रहे.
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