करगहर. गेहूं के डंठल में आग लगाये जाने के कारण गत आठ दिनों के अंदर सड़क किनारे स्थित सैकड़ों पेड़ जलकर खाक हो गये हैं. जबकि सरकार की ओर पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रतिवर्ष करोड़े रुपये पेड़ लगाने के नाम पर खर्च किये जाते हैं. लेकिन इन पेड़ों का सही डंग से रखरखाव नहीं हो पाने व वन विभाग की उदासिनता के चलते प्रतिवर्ष सैकड़ों पेड़ जल कर राख हो रहे हैं. वाबजूद वन विभाग की ओर से दोषियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यही नही स्थानीय ग्रामीण भी जो तेज धूप में इन पेडों की छाव का सहारा लेकर अपने गंतवय तक आते जाते है. वे भी इन पेडों में लगी आग को बुझाने का प्रयास नहीं कर रहे हैं. कई पेड़, तो चार से पांच दिनों तक जलते रहते है. वही इस संबंध में सीओ अजित ने कहा कि पेड़ों में लगी आग को दमकल से बुझाने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही आग को नियंत्रित कर लिया जायेगा. खेतों आग लगाने वाले दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात पर सीओ ने कहा कि कोई भी ग्रामीण किसी के विरुद्ध शिकायत नही करता है. ऐसे आग लगे खेतों का सीमांकन करा उन किसानों को सरकार की तरफ से प्राप्त हो रही मुआवजे पर रोक लगायी जा सकती है.
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