अकबरपुर. पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही मुसलाधार बारिश के साथ-साथ बान सागर व रेहंदम डैम से छोड़े गये पानी से सोन नदी में उफान आ गयी और डीला पर रहने वाले दर्जनों परिवार फंस गये. उसी क्रम में रसूलपुर पंचायत के नावाडीह गांव की रहने वाली रामप्रवेश राम की पत्नी शकुंतला देवी को ग्रामीणों ने गुरुवार को 24 घंटे के बाद पानी कम होने पर गांव के ही रेस्क्यू टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल एक नयी जिंदगी दी. सोन नदी में आयी बाढ़ में फंसी राम परवेश राम की पत्नी शकुंतला देवी ने रेस्क्यू कर रहे गांव के ही अशोक यादव की टीम का आभार प्रकट करते हुए कही कि हमें दूसरा जीवन दान मिला है, पूरी रात गर्दन भर पानी में रही, मैं एक पौधा को पड़कर किसी तरह अपना जान बचायी. कीड़ा, मकोड़ा भी बदन में लगता रहा, लेकिन मैं हिम्मत नहीं हारी और अपने गांव के सभी नव युवक का दिल से आभार प्रकट करते हैं कि लोगों ने मुझे नयी जिंदगी दी. वहीं, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि डॉ सिद्धेश्वर शर्मा, मुखिया प्रतिनिधि जयकुमार सिंह, पूर्व प्रमुख राम बहादुर आजाद, शिक्षक ललन कुमार यादव के साथ-साथ ग्रामीणों ने कहा कि एसडीआरएफ की टीम अनुमंडल स्तर पर भी गठित होनी चाहिए. ऐसे मौका पर आरा से टीम को आने में वक्त लग जाता है और लोगों की जान खतरे पर बन जाती है. जबकि, सालों से स्टीमर अनुमंडल कार्यालय में पड़ी हुई है वह एक शोभा की वस्तु बनी हुई है, इसका इस्तेमाल भी समय पर नहीं किया जा रहा है. इससे लोगों को काफी कठिनाई हो रही है. हम सभी यह चाहते हैं कि अनुमंडल स्तर पर एक एसडीआरएफ की टीम बरसात शुरू होने से पहले गठित हो जाये और आपातकाल में इस क्षेत्र में वह अपना योगदान दे, जिससे लोगों की जान बच सके.
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