भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालूचक दियारे में बालू तस्करों की पुलिस से भयंकर मुठभेड़ हो गयी. उसके बाद पुलिस द्वारा भोजपुर व रोहतास के आठ कुख्यात अपराधियों और बालू तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनमें कुख्यात बालू माफिया सत्येंद्र पांडेय और उसके दो पुत्र भी शामिल है. मौके से हथियार और गोलियों का जखीरा भी बरामद किया गया है. वहीं अवैध वसूली के सात लाख रुपए भी जब्त कर लिया गया है.
इन अपराधियों को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार अपराधियों में कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरूखिया कला गांव निवासी सत्येंद्र पांडेय, उसका पुत्र नीरज पांडेय, पदमा कर पांडेय, भाई संजय पांडेय, उसी गांव का सूरज कांत पांडेय, रंजीत कुमार, मुफस्सिल थाने के लक्ष्मणपुर गांव निवासी नीतीश कुमार व रोहतास के नासरीगंज थाना क्षेत्र के बडीहा गांव निवासी अरुण कुमार नट शामिल हैं. सत्येंद्र पांडेय, नीरज पांडेय, पदमाकर पांडेय भोजपुर जबकि अरुण नट रोहतास पुलिस के टॉप टेन अपराधियों में शामिल हैं.
एसएलआर सहित हथियार का जखीरा बरामद
अपराधियों के पास से एक एसएलआर, पांच रेगुलर राइफल, दो देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, आठ एमएम की 74 गोली, सात खोखा, एसएलआर के तीन मैगजीन, 10 गोली, एक खोखा, तीन मोबाइल और एक अपाची बाइक बरामद की गयी है. इनमें कुछ हथियार घटनास्थल जबकि कुछ एक बंद घर से बरामद किया गया है.
एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में गठित की गई टीम
एसपी प्रमोद कुमार यादव ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि सोमवार की सुबह सूचना मिली कि कुख्यात सत्येंद्र पांडेय अपने गिरोह के लोगों के साथ कमालूचक दियारे में किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा है. उसके बाद अपराधियों की गिरफ्तारी और हथियार की बरामदगी को एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी शुरू की गयी.
पुलिस को देख अपराधियों ने शुरू कर दी फायरिंग
छापेमारी के लिए पहुंची पुलिस को देख अपराधियों द्वारा फायरिंग शुरू कर दी गयी. जवाब में पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गयी. उसके बाद सभी आठ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. मौके से हथियार, गोली, खोखे और नगदी बरामद की गयी. उन्होंने बताया कि राइफल की जांच की जा रही है. अपराधियों से पूछताछ कर एसएलआर के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की जा रही है. टीम में कोईलवर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार और डीआईयू के अफसर एवं जवान शामिल थे.
बालू घाट पर कब्जे थी तैयारी, पुलिस पर नजर रखने को तैनात किया गया था संतरी
कुख्यात माफिया सत्येंद्र पांडेय और उसके गिरोह द्वारा कमालूचक दियारे में स्थित बालू घाट पर कब्जा करने की तैयारी थी. उसके लिए उसने अपने गूर्गों के साथ दियारे में हथियारों के साथ डेरा डाल रखा था. उसके गिरोह के लोग बालू लूटने और घाट पर कब्जा करने ही वाले थे. तभी पुलिस को भनक लग गयी और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. ऐसे में पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी वारदात टल गयी. हालांकि उस दौरान पुलिस की अपराधियों के साथ मुठभेड़ भी करनी पड़ी.
एक साथ चार टॉप टेन अपराधियों की हुई गिरफ़्तारी
इधर, एसएलआर सहित काफी संख्या में हथियारों की बरामदगी और एक साथ चार टॉप टेन सहित आठ अपराधियों की गिरफ्तारी होने से पुलिस को बड़ी सफलता भी हाथ लगी है. एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि सोमवार की सुबह सूचना मिली कि सत्येंद्र पांडेय अपने गिरोह के लोगों के बाद साथ कमालूचक दियारे में बालू घाट पर कब्जा और लूट पाट जैसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है. वर्चस्व को लेकर खूनी संघर्ष भी हो सकती है. ऐसे में तत्काल कार्रवाई करते हुए टीम गठित कर छापेमारी शुरू की गयी.
पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई में करनी पड़ी फायरिंग
पुलिस के पहुंचते ही अपराधियों की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गयी. लगातार फायरिंग के बाद पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. तब अपराधियों को काबू में करते हुए गिरफ्तार किया जा सका. एसपी ने बताया कि अपराधियों द्वारा पुलिस पर नजर रखने के लिए दियारे इलाके में संतरी ड्यूटी लगाईं गई थी. ऐसे में संतरी द्वारा पुलिस को दूर से देख लिया गया और फायरिंग शुरू कर दी.
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