सीवान.उमस भरी भीषण गर्मी से जूझ रहे जिला वासियों को प्री-मानसून की बरसात से राहत मिली.शनिवार की दोपहर तेज पुरवा हवा के साथ झमाझम बारिश हुई. सुबह से लेकर दोपहर तक लोग भीषण गर्मी का अनुभव कर रहे थे. बारिश के बाद लोगों को राहत मिली. सुबह से आसमान बादलों ने डेरा डाल लिया था.दोपहर होते ही तेज हवा के साथ झमाझम बारिश होना शुरू हो गई. जिसके बाद उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को राहत मिल गई.मौसम सुहाना हो गया और लोग घरों के बाहर गली-मोहल्लों की सड़कों पर व घरों की बॉलकोनी पर मौसम का आनंद लेते दिखाई देने लगे. वही देर शाम तक आसमान पर बादल छाये रहे. करीब एक घंटे हुई झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान वापस ला दी है.जिससे किसानों के साथ-साथ आम आदमी को भी गर्मी से बड़ी राहत मिली है.शनिवार को अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.तापमान में आयी गिरावट से लोग राहत महसूस कर रहे है. बारिश के बाद उमस ने बढ़ायी लोगों की परेशानी बारिश के बावजूद भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पाई.उमस से लोग परेशान रहे. उमसभरी गर्मी से राहत पाने के लिए लोग एसी, कूलर और पंखा के सामने बैठे रहे. इसके बावजूद लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पाई.पुरवा हवा के चलने,आसमान में बादल छाने व 46 फीसदी आर्द्रता के कारण चिपचिपाती गर्मी होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. मौसम में बदलाव से बीमार हो सकते है लोग चिकित्सकों का कहना है कि मौसम के बदलने और तापमान में उतार चढ़ाव के कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है. जिससे बुखार के बैक्टीरियां आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते है.बुखार शरीर को कमजोर कर देता है. जिससे कई तरह की परेशानियां आने लगती है. ऐसे लोगों को सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए.लोगों को खूब पानी पीना चाहिए. मौसमी बीमारी में जूस और कैफीन रहित चाय का सेवन करें.फलों में एंटीआक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जिनका सेवन करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते है.यदि डायरिया या उल्टी की शिकायत है तो इलेक्ट्राल का सेवन फायदेमंद होगा. इसके अलावा, नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, साग, शहद आदि भी फायदेमंद हो सकते है. इसके बाद यदि राहत न मिले तो चिकित्सकों से संपर्क कर इलाज कराना चाहिए. रोहिणी नक्षत्र भी धान की नर्सरी लगाने के लिए उपयोगी शनिवार को हुई बारिश से उत्पादन को लेकर किसानों में खुशी है.किसान खरीफ फसल की तैयारी में जुट गए है.जो किसान रोहिणी नक्षत्र में धान का बिचड़ा लगाए है. उस बिचड़ा के लिए यह बारिश संजीवनी का काम किया. धान के सूख रहे बिचड़े में बारिश होने से काफी लाभ मिला. वही सब्जी की खेती के लिए भी यह फायदेमंद साबित होगी.वही बारिश के चलते न्यूनतम व अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.तापमान के गिरावट से लोगों को गर्मी से राहत मिली है. इससे किसानों के चेहरे खुश नजर आए.कृषि के जानकारों का कहना है कि खरीफ फसल के लिए अभी खेतों में डाले जा रहे धान के बीज के लिए भी यह बारिश का पानी लाभदायक सिद्ध हुई है.इस नक्षत्र में भी धान की नर्सरी लगाने से बढ़िया उत्पादन होता है.
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