प्रतिनिधि, दरौंदा. प्रखंड के कोथूआ सारंगपुर पंचायत में उजाला जीविका महिला ग्राम संगठन, पायल जीविका महिला ग्राम संगठन, बाल बंगरा पंचायत में गुड़िया जीविका महिला ग्राम संगठन तथा रूकुंदीपुर पंचायत के कटवार में मोती जीविका महिला ग्राम संगठन में रविवार को महिला संवाद का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सरकार की योजना, परियोजना को एलसीडी वीडियो के माध्यम से दिखाया गया. बताया गया कि किस प्रकार योजनाएं धरातल पर ग्रामीण विकास कार्य में सहयोग कर रही है. संवाद में उपस्थित लोगों को बताया गया कि नारी सशक्तिकरण में जीविका की भागीदारी विगत 17 वर्षों से किस तरह निरंतर रहा है. प्रखंड परियोजना प्रबंधक अमित प्रीतम ने हा कि महिला सशक्तीकरण में जीविका की अहम भूमिका है. ग्रामीण महिलाएं जीविका से जुड़ कर विभिन्न प्रकार के रोजगार कर रहीं है तथा अपना जीविकोपार्जन करने के साथ साथ अपनी एक पहचान भी बना रही हैं. कार्यक्रम में जीविका से उत्कृष्ट कार्य करने वाली 10 महिलाओं ने अपनी कहानी साझा किया कि कैसे वह जीविका के सहयोग से अपनी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार की है. मीरा देवी ने जीविका से 50 हजार ऋण लेकर अपने बेटा को पढ़ाया. आज बेटा दिल्ली एम्स में नौकरी कर रहा है. उर्मिला देवी 40 हजार रूपए ऋण लेकर पशु पालन कर रही है और अपना जीविकोपार्जन कर रही है. सितारा देवी 40 हजार रूपए ऋण लेकर बकरी पालन और बतख पालन कर रही हैं और जीविकोपार्जन कर रही है. सोनी देवी 30 हजार ऋण लेकर किराना दुकान चला रही है. श्रीकांति देवी 50 हजार ऋण लेकर इलेक्ट्रॉनिक दुकान चला रहीं हैं. सीता देवी 40 हजार ऋण लेकर किराना का दुकान खोली है. क्षेत्रीय समन्वयक किशोर कुमार ने सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को विस्तार पूर्वक बताया. इस दौरान राकेश कुमार, रिंकू कुमारी, पवन कुमार, रीता कुमारी, श्रीकांति देवी, प्रमिला देवी, आरती देवी, अमर कुमार, दिनेश कुमार आदि मौजूद रहे.
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