सीवान.
भोजपुरी विकास मंडल सीवान के तत्वावधान में गुरुवार को भोजपुरी शिरोमणि स्व. अक्षयवर दीक्षित की 95वें जयंती समारोह का आयोजन कन्हैया लाल केंद्रीय जिला पुस्तकालय सीवान के सभागार में किया गया. समारोह की अध्यक्षता मंडल के अध्यक्ष युगल किशोर दुबे ने की. सर्वप्रथम उपस्थित अतिथियों द्वारा स्व. दीक्षित के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. समारोह का उद्घाटन सदर विधायक अवध बिहारी चौधरी ने किया. उन्होंने स्व. दीक्षित के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वे एक योग्य शिक्षक, विद्वान और राष्ट्रीय स्तर के भोजपुरी-हिंदी साहित्यकार थे. उनके शोधपरक कार्यों और लेखनी ने समाज को नयी दिशा दी है. वे प्रेरणा के स्रोत और भोजपुरी साहित्य के अमूल्य धरोहर हैं. इस अवसर पर भोजपुरी आंदोलन में विशेष योगदान के लिए डॉ प्रजापति त्रिपाठी, वरिष्ठ साहित्यकार अखिलेश पांडे, सदानंद तिवारी, इंजीनियर गणेश प्रसाद एवं शायर कमर शिवानी को सम्मानित किया गया. समारोह में सचिव मार्कंडेय ने मंडल के पूर्व कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और कहा कि भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर सरकारें गंभीर नहीं हैं, जो चिंताजनक है. भोजपुरी आंदोलन को संगठित रूप देने के लिए एक अभियान समिति के गठन की घोषणा की गयी. इस समिति का उद्देश्य भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का आयोजन करना है, जो सीवान में होगा. समिति में सदानंद तिवारी, अखिलेश पांडे, इंजीनियर गणेश प्रसाद, गोरखनाथ गुंजन, रामनरेश सिंह, युगल किशोर दुबे, प्रो. उपेंद्रनाथ यादव और मार्कंडेय को सदस्य बनाया गया, जबकि डॉ प्रजापति त्रिपाठी को अध्यक्ष चुना गया. समारोह में साहित्यकार लायची हरि राही, विक्रम पंडित विवेक, एचएन दीक्षित, साहिब सिंह विजेता, डॉ सुधांशु शेखर त्रिपाठी, मुरलीधर मिश्रा, शुभम दीक्षित, अनिल कुमार, नागेंद्र पांडे, अखिलेश्वर दीक्षित, योगेंद्र झा, राहुल यादव, ओमप्रकाश दुबे, पारस सिंह, सुभाष सिंह, पूर्व प्राचार्य डॉ रामसुंदर चौधरी और डॉ मो. ओबैद रेयाज प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.
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