दरौंदा. प्रखंड क्षेत्र में लगातार कम बारिश होने से किसानों की परेशानी बढ़ गयी है. किसान किसी तरह पंपिंग सेट की मदद से धान की रोपनी तो कर चुके हैं, लेकिन समय पर बारिश नहीं होने से अब खेतों में लगी फसल मुरझाने लगी है. खेतों में दरारें पड़ रही हैं, जिससे किसान चिंतित हैं. मौजूदा हालात में किसान अपने घरों की जमा पूंजी खर्च कर किराए के पंपिंग सेट से खेतों में पानी दे रहे हैं. किसान आसमान की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं कि बारिश हो और उनकी मेहनत बच सके. किसानों का कहना है कि पंप के सहारे सिंचाई करने में काफी खर्च हो रहा है, जिससे खेती की लागत बढ़ गयी है और नुकसान की आशंका है. किसानों ने शिकायत की है कि उन्हें डीजल अनुदान नहीं मिल रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि बिजली उपलब्ध करायी जाये और बिजली संचालित पंप मोटर भी दिए जाएं, ताकि वे आसानी से सिंचाई कर सकें. वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी बिक्रमा मांझी ने बताया कि पिछले कई दिनों से मौसम अनुकूल नहीं है. सिंचाई के लिए किसान पंपिंग सेट पर निर्भर हैं. प्रखंड सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई माह में दरौंदा में मात्र 30 एमएम औसत वर्षा हुई है. पंपिंग सेट से पटवन कर लगभग 25 प्रतिशत क्षेत्र में ही खेती हो पायी है.
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