
4,128 किसानों के बीच 3,15,61,207 रुपये सहायता अनुदान वितरित सुपौल. सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार बुधवार की संध्या सुपौल पहुंचे, जहां समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां जिलान्तर्गत विभिन्न प्रकार की सहकारी समिति व पैक्स, व्यापार मंडल, पीभीसीएस, मत्स्यजीवी, डेयरी, सहयोग समिति के अध्यक्ष एवं प्रबंधक के साथ जिलान्तर्गत सहकारिता में सहकार अभियान की विस्तृत चर्चा की गई. विभागीय पदाधिकारियों के साथ जिलान्तर्गत विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की. कार्यक्रम के दौरान बिहार राज्य फसल सहायता योजना के रबी 2024 मौसम के 24 लाभुक किसानों को डमी चेक वितरण किया गया. रबी 2024 मौसम में जिलान्तर्गत कुल 4,128 किसानों को 3,15,61, 207 रुपये राशि सहायता अनुदान सीधे उनके बैंक खातों में विभाग द्वारा अंतरित किया गया. कार्यक्रम में गुड़िया पैक्स, प्रखंड त्रिवेणीगंज, तथा मौजहां पैक्स, प्रखंड-किशनपुर में 1000 एमटी गोदाम का शिलान्यास किया गया. राजेश्वरी पश्चिम पैक्स, प्रखंड-छातापुर एवं कोरियापट्टी पश्चिम पैक्स, प्रखंड त्रिवेणीगंज में नवनिर्मित क्रमशः 1000 एमटी एवं 500 एमटी गोदाम का उद्घाटन किया गया. इससे जिलान्तर्गत सहकारी समिति की भंडारण क्षमता में निरंतर वृद्धि हो रही है. मंत्री ने बताया कि कि विभाग द्वारा जिले में 166 सहकारी समितियों में कुल 200 गोदाम स्वीकृत किया गया. शेष गोदाम विहीन समितियों में गोदाम निर्माण के लिए जमीन की खोज की जा रही है. कार्यक्रम में जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड सुपौल द्वारा स्वीकृत कुल 04 किसानों को 02 लाख रुपये केसीसी ऋण व तीन पैक्स मौजहा, चांदपीपर एवं भपटियाही पैक्स को कुल 09 लाख रुपये का उर्वरक व्यवसाय के लिए फर्टीलाइजर लोन का डम्मी चेक वितरण किया गया. जिले के दो दुग्ध सहकारी समितियों को कॉम्फेड द्वारा संचालित एनपीडीडी योजना अंतर्गत दुग्ध जांच संयंत्र मंत्री द्वारा प्रदत्त किया गया. कार्यक्रम में राघोपुर पीभीसीएस में नवनिर्मित कार्यालय भवन का ऑनलाइन मोड में मंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया. बताया गया कि कोशी प्रमंडल में जिलान्तर्गत सभी प्रखंडों में गठित पीभीसीएस द्वारा किसानों से सब्जी व्यवसाय करने वाला सुपौल मात्र एक जिला है. सुपौल जिला अन्तर्गत तीन पीभीसीएस त्रिवेणीगंज, राघोपुर एवं पिपरा में 01.14 करोड़ की लागत का आधारभूत संरचना का निर्माण प्रगति पर है. साथ ही पिपरा पीभीसीएस में 13 लाख की लागत का प्याज भंडारण केन्द्र का भी निर्माण किया जा रहा है. सभी प्रखंड मुख्यालयों में तरकारी ऑउटलेट खोलने हेतु जमीन चिह्नित किया जा रहा है. हरदी पैक्स में पीएम जन औषधि केंद्र की गयी स्थापना इसके अतिरिक्त जिले के 174 पैक्सों में से 171 पैक्सों में सीएससी की स्थापना कर दी गई है. जिसमें आम नागरिक 300 से अधिक सेवाओं का लाभ ले सकते हैं. जिलान्तर्गत हरदी पश्चिम पैक्स प्रखंड सुपौल एवं सुखासन पैक्स प्रखंड-किशनपुर में प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र की स्थापना की गई है. अन्य पैक्सों में भी जन औषधि केन्द्र खोलने का प्रयास किया जा रहा है. जिलान्तर्गत 36 समितियों को खाद्य व्यवसाय के लिए लाइसेंस प्राप्त है. 75 समितियों के प्रबंधकों को खाद्य व्यवसाय हेतु प्रशिक्षण भी कराया जा रहा है. जिसमें से 27 समितियों को किसान समृद्धि केन्द्र के रूप में उत्क्रमित कर दिया गया है. इस केन्द्र से किसान खाद. बीज, कीटनाशक प्राप्त करने के साथ साथ कृषि से जुड़ी नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. जिलान्तर्गत कुल 116 समितियों में मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना भी संचालित है. जिससे किसान ट्रैक्टर, रोटावेटर, कल्टीवेटर आदि संयंत्र निर्धारित किराया पर प्राप्त कर सकते हैं. धान खरीद में सुपौल ने प्राप्त किया शत प्रतिशत लक्ष्य खरीफ विपणन मौसम 2024-25 अन्तर्गत जिला में कुल 180 समितियों द्वारा 18935 किसानों से 130988 एमटी धान क्रय किया गया. किसानों के खाते में सीधे 304.5 करोड़ राशि अंतरित किया गया है. धान खरीद में सुपौल जिला शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति करने वाला चुनिन्दे जिलों में शामिल है. जिलान्तर्गत वर्ष 2020 से जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक सुपौल में कार्यरत है. ग्राहको को आरटीजीएस, नेफ्ट, ऋण, जमा वृद्धि आदि सुविधाएं प्रदान किया जा रहा है. कार्यक्रम में बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार सिंह, संयुक्त निबंधक (सस) कोशी प्रमंडल सहरसा अमजद हयात बर्क, डीसीओ अनिल कुमार गुप्ता, प्रबंधक निदेशक, कोशी दुग्ध सहकारी संघ, सुपौल, जिला प्रबंधक, बिहार राज्य खाद्य निगम, सुपौल, प्रबंध निदेशक, जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक लि. सुपौल, जिला अंकेक्षक पदाधिकारी, सुपौल, डीडीएम, नाबार्ड, सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, अंकेक्षक, बैंक कर्मी, सभी कार्यपालक सहायक एवं सभी समितियों के अध्यक्ष, प्रबंधक व लाभुक किसान आदि उपस्थित थे.
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