
छातापुर. मुख्यालय स्थित भोगानंद राजा के आवासीय परिसर में मंगलवार को तीन कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं 12 घंटे का अखंड जाप का आयोजन किया गया. महायज्ञ में शामिल महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने विधि विधान पूर्वक हवन व पूजन में हिस्सा लिया. गायत्री परिवार के ओमप्रकाश, अनिरुद्ध यादव, ललन कुमार सहित महिला सदस्यों द्वारा महायज्ञ का संचालन किया जा रहा था. इस मौके पर ओम प्रकाश ने कहा कि देवत्व से जुड़ने के लिए पवित्रता सबसे पहली कड़ी होती है. भगवान मिठाई और मेवा खूब चढ़ाने से नहीं बल्कि श्रद्धाभाव समर्पण और अटूट विश्वास से खुश होते हैं. बताया कि जीवन ही यज्ञ है और यज्ञ जीवन का सार है. इसलिए समय समय पर यज्ञ महायज्ञ आयोजन जरूर करना चाहिए. महिलाओं से कहा कि नीत दिन स्नान करके एवं प्रसन्नचित्त होकर ही भोजन पकाएं. भोजन पकाने के उपरांत तीन बार अग्निकुण्ड में डालने से वह प्रसाद बन जाता है. इससे भोजन ग्रहण करने वालों का व्यवहार, विचार, संस्कार उत्तम हो जाता है. कहा कि विचार परिवर्तित हो जाय, देवत्व का गुण आ जाये तो युग परिवर्तन संभव है. ज्ञानेंद्रिय को जाग्रत करने के लिए उसका सदुपयोग करना होगा. यज्ञ के माध्यम से भी ज्ञानेंद्रियां को साकारात्मक दिशा दे सकते हैं. आयोजन के दौरान सुमधुर भजन रवि मंडल की ज्योत तुम्ही हो हे गायत्री माता जैसे कई गीतों से स्थल पर आस्था का सैलाब उमड़ रहा था. मौके पर गायत्री परिवार के प्रमोद कुमार यादव, चंदन कुमार, ज्योति कुमारी भारती, पूजा कुमारी, शांता कुमारी, उत्कर्ष, अरविंद राय आदि थे.
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