गुरु- शिष्य की परंपरा भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग रही है. गुरु का मतलब शिष्यों में ज्ञान के प्रकाश को प्रज्वलित करने वाला होता है. शिष्य भले ही किसी भी उच्च पद पर पहुंच जायें, लेकिन गुरु शिष्य के लिए सदैव आदर का पात्र है. शिक्षक एक मित्र, मोटीवेटर और ऐसे मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही रास्ते और दिशा पर ले जाते हैं. ऐसी ही एक शिक्षिका हैं बिहार के बांका के कटोरिया प्रखंड के प्रोन्नत मध्य विद्यालय की खुशबू कुमारी. अपने पढ़ाने के अनोखे तरीके की वजह से खुशबू अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं. खुसबू अपने खास तरीके की वजह से पढ़ाई को इंटरेस्टिंग तो बना ही रहीं हैं साथ ही उनको बैड टच और गुड टच को भी समझा रही हैं. खुशबू के पढ़ाने के तरीके को बच्चों और उनके अभिभावकों द्वारा भी खूब पसंद किया जाता है. हमने उनके पढ़ाने और राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर खास बातचीत की. इस वीडियो में देखिए उन्होंने क्या कहा…
Bihar News: बिहार गौरव पार्क, कबाड़ से बनेगा कमाल, पटना में ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर नया आकर्षण
Bihar News: पूरा होगा, ग्रेटर पटना का सपना. पटना समेट 11 शहरों में बनेगी नोएडा जैसी टाउनशिप
BPSC TRE: बिहार में डोमिसाइल का लाभ लेने के लिए निवास प्रमाण पत्र काफी नहीं, जमा करना होगा ये दस्तावेज
बिहार में अदाणी ग्रुप का सबसे बड़ा निवेश, भागलपुर के पीरपैंती में लगायेगा अल्ट्रा थर्मल प्लांट