पटना . शहर की स्वच्छता को लेकर सर्वे करनेवाली टीम के अगले माह आने की संभावना है. टीम के द्वारा स्वच्छता को लेकर सर्वे करने के बाद अंक दिये जायेंगे.
इस दौरान लोगों से भी स्वच्छता को लेकर सवाल पूछे जायेंगे. इसके बावजूद शहर में जो साफ-सफाई की स्थिति है, इससे बेहतर अंक मिलने के कम आसार होंगे. इसका असर रेटिंग पर भी पड़ेगा.
शहर के मुख्य इलाके में भी रोजाना गंदगी जमा होना सामान्य बात हो गयी है. उन इलाके से भी कचरा की सफाई नियमित नहीं हो रही है. इतना ही नहीं यूरिनल की व्यवस्था नहीं होने से स्टेशन इलाके में प्रमुख जगहों पर भी गंदगी व दुर्गंध से आना-जाना मुश्किल होता है.
ऐसे में स्वच्छता सर्वे की टीम द्वारा लोगों से फीड बैक लिये जाने पर नकारात्मक असर होगा. जिन इलाके में लोगों की गतिविधियां अधिक खासकर स्टेशन का इलाका, जीपीओ, गांधी मैदान, मीठापुर बस स्टैंड आदि इलाके में साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त नहीं दिख रही है. घरों से कचरा अलग-अलग कर देने की भी योजना कुछ ही वार्डों में शुरू है.
निगम के सभी इलाके में घरों से कचरा कलेक्शन का काम भी रोजाना नहीं हो रहा है. इससे सड़कों जगह-जगह कचरा जमा रहता है. तंग गलियों से कचरा कलेक्शन को लेकर इ-रिक्शा की खरीदारी की प्रक्रिया ही शुरू है. निगम को स्वच्छता सर्वे में बेहतर अंक के लिए इस पर ध्यान देने की जरूरत है.
Posted by Ashish Jha
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