
बोकारो, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने देश के रक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कंपनी की रणनीतिक प्रतिबद्धता पर बल देते हुए दुर्गापुर के अपने अलॉय स्टील्स प्लांट (एएसपी) में बुधवार को सेल-डिफेंस कॉन्क्लेव-2025 का आयोजन किया. स्वदेशीकरण परियोजनाओं के लिए विशेष रक्षा-ग्रेड स्टील के प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में सेल ने रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के साथ गहन सहयोग को बढ़ावा देने और रक्षा क्षेत्र की उभरती आवश्यकताओं पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया.
भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत की पहल की ओर एक और कदम
कॉन्क्लेव आत्मनिर्भरता, स्वदेशीकरण व आयात प्रतिस्थापन के विषयों पर केंद्रित था, जो भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत की पहल की ओर एक और कदम रहा. ऑर्डिनेंस फ़ैक्टरिज समेत प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने कॉन्क्लेव के दौरान विचार-विमर्श में भाग लिया. सम्मेलन में सेल के वरिष्ठ नेतृत्व ने अपने विचार रखे, जिसमें निदेशक (वाणिज्यिक) वीएस चक्रवर्ती, राउरकेला प्रभारी निदेशक व दुर्गापुर और बर्नपुर के अतिरिक्त प्रभारी निदेशक आलोक वर्मा शामिल थे.
मटेरियल स्पेसिफिकेशन में बेहतर तालमेल
सम्मेलन के दौरान हुई चर्चा में मटेरियल स्पेसिफिकेशन में बेहतर तालमेल, स्वदेशी प्रौद्योगिकी अपनाने और महत्वपूर्ण रक्षा जरूरतों को पूरा करने में सेल की भूमिका के विस्तार की संभावनाओं पर बातचीत हुई. कार्यक्रम ने भारत के रक्षा विनिर्माण व्यवस्था में एक विश्वसनीय और रणनीतिक भागीदार के रूप में सेल की स्थिति की सुनिश्चित की. सेल ने रक्षा व सुरक्षा में देश की आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. सेल रक्षा क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है