Home झारखण्ड बोकारो Bokaro News : जेइइ एडवांस्ड में बोकारो के 100 से अधिक विद्यार्थी सफल

Bokaro News : जेइइ एडवांस्ड में बोकारो के 100 से अधिक विद्यार्थी सफल

0
Bokaro News : जेइइ एडवांस्ड में बोकारो के 100 से अधिक विद्यार्थी सफल

बोकारो, इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-जेइइ एडवांस्ड-2025 में बोकारो के 100 से अधिक विद्यार्थी सफल हुए हैं. एआइआर 2020 के साथ डीपीएस बोकारो का आरुष बनर्जी बोकारो टॉपर बना है. 2768 के साथ डीपीएस बोकारो के हीं प्रिंस कुमार पांडेय सेकेंड टॉपर बने हैं. एआइआर 4651 के साथ चिन्मय विद्यालय बोकारो के नीलेश तीसरे स्थान पर रहे. 9000 के साथ बोकारो पब्लिक स्कूल के ओम कुमार चौथे स्थान पर रहे. डीपीएस बोकारो के 30 से अधिक व चिन्मय विद्यालय बोकारो के 20 से अधिक विद्यार्थी सफल हुए हैं.

जीजीपीएस चास का बेहतर प्रदर्शन

इधर, जीजीपीएस चास से भी लगभग आधा दर्जन छात्रों के सफल होने की सूचना है. बता दें कि एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की ओर से जेइइ (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) मेन दो सत्रों में आयोजित की गयी थी. पहले सत्र की परीक्षाएं 22-31 जनवरी, 2025 व दूसरे सत्र की 02-09 अप्रैल, 2025 की अवधि में ली गयी थीं.

जोसा काउंसिलिंग के लिए आज शाम पांच बजे से पंजीकरण प्रक्रिया

जेइइ एडवांस्ड में उत्तीर्ण विद्यार्थी आइआइटी में नामांकन के लिए आवेदन कर पायेंगे. परिणाम घोषित होने के बाद जॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) द्वारा तीन जून को शाम पांच बजे से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जायेगी. रजिस्ट्रेशन और चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया 12 जून तक चलेगी. उम्मीदवारों को समय सीमा के भीतर रजिस्ट्रेशन करना होगा. पसंदीदा संस्थानों का चयन करना होगा. विकल्पों को लॉक करना होगा. नौ जून 25 को उम्मीदवारों द्वारा भरे गये विकल्पों पर सीट अलॉटमेंट-वन की सूची जारी होगी.

अंतिम काउंसलिंग के बाद 16 जुलाई को अंतिम सीट आवंटन सूची होगी जारी

मॉक सीट अलॉटमेंट-2 की सूची 11 जून को प्रकाशित की जायेगी. जोसा द्वारा कुल छह: चरणों में काउंसलिंग की जायेगी. अंतिम काउंसलिंग के बाद 16 जुलाई को अंतिम सीट आवंटन सूची जारी की जायेगी.

सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है आरूष

आरूष बनर्जी की एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं. जेइइ मेन के सेशन-2 में 99.76 परसेंटाइल हासिल किया था. जेइइ के लिए वह रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई किया करता था. चिकित्सक डॉ देवाशीष बनर्जी व शिक्षिका बबीता बनर्जी के पुत्र आरूष को खगोलीय विज्ञान, शतरंज, वॉलीबॉल आदि खेल में भी काफी रुचि है. आरूष ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मेहनत के साथ-साथ अपने माता-पिता और विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को दिया है. वह अपनी मां को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
Exit mobile version