
गांधीनगर. संयुक्त वाम दलों की ओर से जरीडीह बाजार झंडा चौक में गुरुवार को केंद्रीय बजट के विरोध और वैकल्पिक बजट के प्रस्ताव को लेकर आम सभा की गयी. अध्यक्षता चंद्रशेखर झा, श्याम बिहारी सिंह दिनकर व रघुवीर राय की मंडली ने की. संबोधन में भाकपा नेता लखनलाल महतो ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था खस्ता हाल है. यह बात बजट पेश होने से एक दिन पहले सरकार द्वारा पेश किये गये आर्थिक सर्वेक्षण से भी नहीं छुपी है. हर वर्ग महंगाई की मार से प्रभावित है. कॉरपोरेट क्षेत्र का मुनाफा 22.5 फीसदी बढ़ गया है, क्योंकि सरकार की रुचि इसे बढ़ावा देने पर है. मध्यम वर्ग को टैक्स स्लैब में राहत का तथाकथित लाभ चुनाव को ध्यान में रखकर दिया गया. अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए गरीबों के हाथों में पैसा देने की जरूरत है. रोजगार मुहैया का लक्ष्य होना चाहिए. भाकपा नेता सुजीत कुमार घोष ने कहा कि इस बजट में मध्यम वर्ग व गरीबों को कोई राहत नहीं दी गयी है. सीपीएम नेता भागीरथ शर्मा व विजय कुमार भोई ने कहा कि शिक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण और मनरेगा के लिए बजट आवंटन में बढ़ोतरी नहीं की गयी है. फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का प्रस्ताव नहीं है. भाकपा माले नेता विकास सिंह व पंचानन मंडल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार नहीं है. सरकार को रोजगार को लेकर किसी प्रकार की चिंता नहीं है. सार्वजनिक उपक्रमों को बेचा जा रहा है. यह बजट पूरी तरह से पूंजीपतियों के हितों को देख कर प्रस्तुत किया गया है. कहा कि सरकार अगर वामपंथियों के प्रस्ताव को नहीं मानेगी तो आंदोलन जारी रहेगा. आमसभा को आफताब आलम खान, ब्रजकिशोर सिंह, प्रदुमन सोनी, मनोज पासवान आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर रामेश्वर साव, बंधु गोस्वामी, अख्तर खान, असगर अली, असीम तिवारी, पप्पू शर्मा, निजाम अंसारी, मोहिउद्दीन, नियाजउद्दीन, चंद्रिका मलाह, वरुण कुमार, एमपी गुप्ता सहित कई लोग उपस्थित थे.
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