प्रतापपुर. प्रखंड मुख्यालय से 10 किमी दूर जोगियारा पंचायत अंतर्गत कुब्बा गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. इस गांव के लोग सड़क, बिजली, पानी समेत बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. गांव में बैगा, बिरहोर, भोक्ता व गंझू जाति के लोग निवासी करते है. ग्रामीण सुविधा के अभाव में किसी तरह जीवन यापन करने को विवश हैं. शिक्षा के नाम पर गांव में एक प्राथमिक विद्यालय है, जहां बच्चों की पढ़ाई होती है. गांव में उच्च विद्यालय नहीं है. आगे की पढ़ाई से बच्चे वंचित हो जाते हैं. गांव की आबादी करीब 200 हैं. ग्रामीणों के अनुसार दूसरे गांव तक आने-जाने के लिए समुचित सड़क की सुविधा नही है. पहाड़ियों के सहारे वे आवागमन करते हैं. पुरानी सड़क पर बोल्डर निकला है, जो चलने के लायक भी नहीं है. सड़क के अभाव में कुब्बा गांव में आज तक चार पहिया वाहन या एंबुलेंस नहीं पहुंचा है. शादी-व्याह के दौरान दुल्हा-दुल्हान को बाइक पर बैठकर लोहड़ी मुख्य सड़क तक ले जाया जाता है. सड़क नहीं रहने के कारण गांव में विकास नहीं हुआ है. मालूम हो की गुरुवार को खेलने के दौरान आहर में डूबने से आठ वर्षीय भोला गंझू के पुत्र अजय की मौत हो गयी थी. सड़क के अभाव में शव को पोस्टमार्टम के लिए अजय के पिता को बेटे के शव को कंधे पर टांगकर पहाड़ी रास्ता से लोहड़ी मुख्य पथ पर आना पड़ा था, तब वाहन से शव को सदर अस्पताल ले जाया गया. इसी तरह डेढ़ माह पहले गर्भवती कपिला देवी की स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में गांव में प्रसव करायी गयी थी. बरसात में होती है सबसे अधिक परेशानी:
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