सावधान. चतरा बस स्टैंड जा रहे हैं, तो अपनी व्यवस्था खुद करें चतरा. जिले के एकमात्र सरकारी बस स्टैंड में पर्याप्त यात्री सुविधा नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यात्रियों को तपती धूप में खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ रहा है. यात्रियों को तीनों मौसम जाड़ा, गर्मी व बरसात में खुले आसमान के नीचे रह कर बस का इंतजार करना पड़ता है. बस स्टैंड में पेयजल, शौचालय व विश्रामागार की कोई सुविधा नहीं है. शौचालय नहीं रहने से लोगों को खास कर महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है. यहां से झारखंड के अलावा ओड़िशा, छत्तीसगढ़, बंगाल, यूपी व बिहार जैसे राज्यों के लिए हर रोज कई यात्री बस खुलती हैं. बस स्टैंड में बन रहा विश्रामागार कई वर्षों से अधूरा पड़ा है. बस स्टैंड से हर वर्ष नगर पालिका को लाखों रुपये का मुनाफा होता है. इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा. यात्री बस स्टैंड में गुमटी, ठेला के पास खड़े होकर बसों को इंतजार करते देखे जाते हैं. कई बार यात्रियों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की है. इसके बाद भी बस स्टैंड में किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. पेयजल सुविधा के लिए एक या दो चापानल हैं, जिसमें से गंदा पानी निकलता है. क्या कहते हैं यात्री : बुधन प्रसाद ने कहा कि रांची जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचा. बस आने में थोड़ी देर थी. तपती धूप में खड़ा होकर बस का इंतजार करना पड़ा. धूप के कारण बस भी गर्म था, जिसमें बैठने में काफी परेशानी हुई. महिला यात्री रूपा देवी ने कहा कि वह हंटरगंज से रांची जा रही थी. बस स्टैंड में शौच के लिए उतरी, लेकिन शौचालय नहीं होने के कारण खुले में शौच जाना पड़ा, जिससे काफी शर्मिंदगी महसूस हुई. गया से राउरकेला जा रहे यात्री सुखदेव राम ने बताया कि वह सुबह चतरा बस स्टैंड में शौचालय के लिए उतरा, लेकिन यहां कोई सुविधा नहीं होने पर खुलेआम में शौच जाना पड़ा. शौचालय नहीं होने से काफी परेशानी हुई.
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