बताया जाता है कि तालाब में उनका पैर फिसलने से डूबकर मौत हो गयी. इस दौरान वहां कोई नहीं था, जिससे उन्हें बचाया नहीं जा सका. दूसरी ओर परिजनों को लगा कि वे रात में दाह संस्कार से नहीं लौटे हैं. वहीं, जिसके घर से वे दाह संस्कार करने गये थे, उस घर के लोग यह सोच रहे थे कि कमल अपने घर चले गये. इस क्रम में शनिवार की सुबह गांव के कुछ व्यक्ति तालाब की ओर शौच करने गये, तो तालाब में शव को देखा. इसके बाद उसने गांव में लोगों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे और मृतक की पहचान कमल मोदी के रूप में की. उनके शरीर पर दाग के निशान थे.
ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही सीओ सुप्रिया भगत, थाना प्रभारी शुभम कुमार गोप, एसआइ कपिलदेव यादव घटनास्थल पर पहुंचे और शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए देवघर सदर अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव को घर में रखा गया. दरअसल, मृतक का पुत्र दूसरे शहर में मजदूरी का कार्य करता है. उसकी ही प्रतिक्षा हो रही है. पुत्र के आने के बाद रविवार को दाह संस्कार किया जाना है. इधर, मृतक की पत्नी सुदामा देवी का रो-रोकर बुरा हाल था. दूसरी ओर पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
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