चितरा. प्रशासन की विफलता व राजनीतिकरण के कारण गत 12 दिनों से चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग कोयला ढुलाई बाधित है. यह बातें पूर्व विस अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्टिंग बंद होने से कोलियरी को कराेड़ों का नुकसान हो रहा है. इस मामले में शासन, प्रशासन, कोलियरी प्रबंधन व ट्रांसपोर्ट कंपनी जिम्मेवार है. वहीं, पूर्व स्पीकर ने कहा कि कुछ नेता चाहते हैं कि चितरा कोलियरी से कोयला धुलाई ठप हो जाये और कोलियरी बंद भी बंद हो जाये. उन्होंने यहां तक कहा कि कुछ पुराने डंपर मालिक की हठधर्मिता के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है. भोक्ता ने कहा कि कोयला संप्रेषण प्रतिदिन आठ हजार टन होना चाहिए, लेकिन टिफिन ट्रक से मात्र तीन हजार टन ही कोयला ढुलाई हो पाती है. अनफिट डंपर का संचालन नहीं होनी चाहिए. इस मामले में जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करने की जरूरत है. कोलियरी की ओर से जारी एक पत्र के संबंध में श्री भोक्ता ने कहा कि कोलियरी बंद करने की योजना से संबंधित पत्र जारी करना कोलियरी प्रबंधन की मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है. कोलियरी को अगर बंद ही किया जाना होगा तो इसके लिए कोल इंडिया स्तर से अधिसूचना जारी की जायेगी न कि स्थानीय प्रबंधन करेगी. मौके पर राजेश राय, श्याम सुंदर तिवारी, युगल किशोर राय, मदन सिंह, सचिन राय, राजू भंडारी आदि मौजूद थे.
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