Cyber Crime: देवघर पुलिस को एक बार फिर साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है. गुप्त सूचना के आधार पर साइबर थाना की विशेष टीम ने जसीडीह थाना क्षेत्र के रायडीह गांव के पास जंगल में छापेमारी कर तीन साइबर अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया. ये आरोपी फर्जी सरकारी अधिकारी बनकर आमलोगों को झांसे में लेते, फिर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे.
कैसे करते थे ठगी
बता दें कि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहनपुर थाना क्षेत्र के कमडीप्ता गांव निवासी राजकमल मरीक, देवीपुर थाना क्षेत्र के सूड़ियावांध गांव निवासी दो सगे भाई अमर कुमार दास और नीरज कुमार दास के रूप में की है. ये तीनों आरोपी खुद को क्रेडिट कार्ड अधिकारी, बैंक प्रतिनिधि या फिर कस्टमर केयर अधिकारी बताकर लोगों को कॉल करते थे. फिर उन्हें केवाईसी अपडेट, पीएम किसान योजना या एसबीआई क्रेडिट कार्ड से जुड़ा हुआ फर्जी लिंक भेजकर ठगी करते थे.
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अपराधियों ने स्वीकारा अपना जुर्म
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है. अपराधियों ने बताया कि वे विभिन्न मोबाइल नंबरों से कस्टमर्स को कॉल करते थे. फिर उन्हें भ्रमित कर गोपनीय बैंकिंग जानकारी हासिल कर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे. पुलिस ने इनके पास से तीन मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड जब्त किये हैं. जांच में पता चला कि बरामद मोबाइल नंबरों के खिलाफ पहले से ही कई ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज हैं.
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न्यायिक हिरासत में भेजे गये आरोपी
पुलिस मीडिया सेल द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जंगल क्षेत्र में कुछ लोग फर्जी अधिकारी बनकर साइबर ठगी में लगे हुए हैं. इस सूचना पर विश्वास करते हुए एक विशेष छापेमारी टीम गठित की गयी. जसीडीह थाना प्रभारी दीपक कुमार, साइबर थाना के इंस्पेक्टर नागेंद्र प्रसाद सिन्हा, एसआई प्रफुल्ल कुमार मांझी और सशस्त्र बलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार साइबर ठगों को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
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