जानकारी मिलते ही परिजन पहुंचे और शव की पहचान की. इस बीच मृत सीताराम के पुत्र अनिल पोद्दार, सुनील पोद्दार, निखिल पोद्दार व मौके पर उपस्थित ग्रामीणों के सहयोग से कुएं से शव को बाहर निकाला गया. इधर घटना के बारे में पुलिस को सूचना मिलने पर थाना प्रभारी शैलेश पांडेय, एसआइ गुलाम गौंस भी मृतक के घर पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की बात परिजनों से कही. हालांकि, पोस्टमार्टम कराने की बात पर परिजन तैयार नहीं थे. लेकिन पुलिस के समझाने के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो गये. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है.
बीमारी के कारण होने वाली पीड़ा से परेशान था वृद्ध
सीताराम जबड़े के कैंसर (फोर्थ स्टेज) का मरीज था. कैंसर के रूप में बीमारी का पता बाहर इलाज कराने पर चला. परिवार के लोग पहले स्थानीय चिकित्सकों से ही इलाज करा रहे थे. सीताराम का घाव ठीक नहीं होने के कारण करीब दो महीने पहले टाटा केंसर हॉस्पिटल ले गये, जहा जांच के बाद केंसर बीमारी होने का पता चला, चिकित्सकों ने बताया कि बीमारी फोर्थ स्टेज में है और वापस उन्हें घर ले जाने को कहा. चिकित्सक ने परिजन को घर में देखभाल करने की सलाह दी. समय के साथ कैंसर का असर बढ़ता गया. परिजनों ने बताया कि दर्द से वह हमेशा परेशान रहते थे. इस बीच सात अगस्त की सुबह उन्होंने आत्महत्या कर ली.
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