Shravani Mela 2025: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अपनी ओर से श्रावणी मेले की तैयारियां शुरू कर दी है. इसे लेकर आसनसोल डिवीजन कांवरियों की भीड़ से निबटने के लिए प्रमुख स्टेशनों जसीडीह, बैद्यनाथधाम, देवघर और बासुकीनाथ स्टेशन पर व्यापक तैयारी कर रहा है. इसकी जानकारी पूर्व रेलवे ने दी.
रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक
बताया गया कि रेलवे के उच्च अधिकारियों के साथ झारखंड सरकार और देवघर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय समन्वय बैठक हुई. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि श्रावणी मेला 2025 के दौरान विशेष ट्रेनें चलायी जायेंगी, नियमित सेवाओं में अतिरिक्त कोच जोड़े जायेंगे और भीड़ को संभालने के लिए स्टेशनों पर सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है.
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भीड़ को संभालने के लिए आरपीएफ जवान होंगे तैनात
पूर्व रेलवे ने जानकारी दी कि श्रावणी मेला को लेकर पेयजल, चिकित्सा सहायता बूथ, हेल्प डेस्क, स्वच्छ शौचालय, बैठने की जगह और प्रतीक्षा क्षेत्र सहित यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है. कांवरियों की सहायता और मौके पर ही शिकायतों के निवारण के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों और आरपीएफ जवानों की तैनाती के साथ भीड़ प्रबंधन को सुदृढ़ किया जायेगा.
बासुकीनाथ, देवघर और बैद्यनाथधाम स्टेशन का नवीनीकरण
इसके साथ ही बासुकीनाथ स्टेशन पर साफ-सफाई, जल निकासी व्यवस्था, सड़क की सतह और एग्जॉस्ट पंखे लगाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. यहां क्षतिग्रस्त ग्लास पैनल बदले जा रहे हैं और सर्कुलेटिंग एरिया का भी नवीनीकरण किया जा रहा है.
वहीं, देवघर स्टेशन पर एक नया बुकिंग कार्यालय, प्रतीक्षालय और यात्री शेड तैयार किये जा रहे हैं. पीने के पानी, रोशनी और बैठने की व्यवस्था के साथ एक अलग होल्डिंग पंडाल बनाया जायेगा.
इधर, बैद्यनाथधाम स्टेशन पर प्रतीक्षा कक्षों में पंखे लगाए जा रहे हैं. साथ ही प्लेटफॉर्म और प्रतीक्षा क्षेत्रों में शौचालयों का नवीनीकरण किया जा रहा है.
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जसीडीह स्टेशन पर होगी खास व्यवस्था
जसीडीह स्टेशन पर कांवरियों के आवास ब्लॉक की मरम्मत और नवीनीकरण का काम चल रहा है. साथ ही बाथरूम की सुविधाओं को उन्नत किया जा रहा है. इसके अलावा प्रकाश व्यवस्था और पानी के कनेक्शन में सुधार किया जा रहा है. कांवरियों, जीआरपी और आरपीएफ के लिए अलग-अलग क्षेत्र निर्धारित किए जा रहे हैं. सर्कुलेटिंग एरिया में सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ एक बड़ा कांवरियों का पंडाल बनाया जा रहा है. कांवरियों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए एक नए ऊपरी पैदल पुल (फुट औवर ब्रिज) के निर्माण में भी तेजी से की जा रही है.
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