उन्होंने कहा कि देश का बजट बनाने वाले 90 अफसरों में मात्र तीन पिछड़े, तीन दलित और तीन आदिवासी अफसर हैं. इसलिए पूरे देश का एक्स-रे होना चाहिए. देश में कितने पिछड़े हैं, कितने आदिवासी और दलित हैं, उनका नंबर पता चलना चाहिए, तभी पता चलेगा कि किसकी कितनी हिस्सेदारी है और उसी अनुरूप विकास की योजना बनेगी. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी बढ़ती जा रही है. नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी और अग्निवीर जैसे काम करके बेरोजगारी बढ़ा दी है.
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राहुल गांधी ने कहा कि देश का युवा रोजगार चाहता है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बेरोजगारी की बीमारी फैला रखी है. पहले सेना में सीधी भर्ती होती थी, अग्निवीर के तहत भर्ती सिस्टम लाकर लाखों युवाओं को बेरोजगार बना दिया है. कांग्रेस सामाजिक न्याय की बात करती है. देश में सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाने के लिए लोगों की लड़ाई हम लड़ रहे हैं. कांग्रेस पार्टी नफरत की विचारधारा के खिलाफ खड़ी है. देश को जोड़ना है, सबको एक साथ लाना है. बीजेपी की नफरत की दुकान को बंद करके मोहब्बत की दुकान खोलनी है. सभा में राजमहल सांसद विजय हांसदा, पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव ने भी संबोधित किया. मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश सहित कई नेता मौजूद थे.
राहुल गांधी के सामने बाबा मंदिर में लगे मोदी-मोदी के नारे
बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद राहुल गांधी के निकास-द्वार से बाहर निकलते ही मंदिर प्रांगण में जय श्री राम, मोदी-मोदी व राहुल गांधी वापस जाओ के नारे लगने लगे. इसके बाद मंदिर प्रभारी सह एसडीएम दीपांकर चौधरी ने मुश्किल से उनको सुरक्षा घेरा में लेकर बाहर निकाला. परिसर में मौजूद कई तीर्थ पुरोहित उग्र होकर नारेबाजी कर रहे थे. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ गर्भ गृह में जाने के लिए पूर्व मंत्री केएन झा व पुरोहित दुर्लभ मिश्र को पास जारी किया गया था, लेकिन अंतिम समय में उन्हें जाने नहीं दिया गया. इससे पुरोहित नाराज थे. राहुल के मंदिर आगमन के दौरान स्थानीय नेता व पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री को गर्भ गृह में प्रवेश के लिए पास जारी होने के बाद भी रोक देने से हंगामे की स्थिति बन गयी