प्रतिनिधि, जसीडीह : जसीडीह रेलवे स्टेशन के टीआरडी कार्यालय में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर अनिल कुमार की मौत शनिवार की देर रात को ड्यूटी के दौरान हो गयी. वे नगर थाना क्षेत्र के हिरणा में परिवार के साथ रहते थे तथा मूल रूप से बिहार के नवादा के रहनेवाले थे. इधर, मृतक के परिजनों ने कार्यालय के वरीय पदाधिकारी पर समय से अधिक कार्य कराने व मानसिक रूप से दबाव बनाने का आरोप लगाया है. घटना की सूचना पाकर जसीडीह थाना व आरपीएफ के पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की. इसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. मृतक की पत्नी अनिता कुमारी ने बताया कि शनिवार को दिन में उसके पति ड्यूटी गये थे, जो शाम को वापस घर लौटे. इसके बाद वरीय पदाधिकारी द्वारा विशेष अभियान के तहत रात को अचानक ड्यूटी पर बुला लिया गया. जहां वे पहुंच कर अन्य कर्मियों के साथ ड्यूटी पर तैनात थे और स्टेशन मास्टर के पास ब्लॉक लेने के लिए बात कर अपने कार्यालय के बाहर पहुंचते ही बेहोश होकर गिर गये. इसके बाद अन्य कर्मियों ने उसे इलाज के लिए कुंडा स्थित प्राइवेट क्लीनिक में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. उनकी मौत अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण हो गयी. परिजनों ने मृतक के शव को टीआरडी कार्यालय ले आये. घटना की सूचना पाकर आरपीएफ इंस्पेक्टर शिवशंकर सिंह, जसीडीह थाना से एसआइ रामबचन सिंह, विनोद कुमार,आरपीएफ एसआइ भावेश कुमार चौरसिया, एएसआइ कमलेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की. परिजनों ने की नारेबाजी घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने टीआरडी कार्यालय के एइइ पदाधिकारी डीके सिंह के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए उनके क्वार्टर पर पहुंच गये और विरोध किया. इस दौरान पदाधिकारी डर से अपने दरवाजे बंद कर लिये. परिजनों ने कार्यालय में शव को रख कर रेलवे के सीनियर अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे. इसके बाद आरपीएफ व जसीडीह थाने के पुलिस पदाधिकारी व जवान टीआरडी के वरीय पदाधिकारी को लेकर पहुंचे. इस दौरान विधायक सुरेश पासवान भी घटनास्थल पर पहुंचे और दु:ख जताते हुए घटना की जांच कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया गया. अधिक समय तक काम कराने व दबाव बनाने का आरोप इधर, विभाग के अन्य कर्मियों ने भी आरोप लगाया है कि एइइ समय से अधिक कार्य कराते हैं और काम पर दबाव बनाया जाता है. मृतक के पुत्र अनिकेत ने कहा कि विभाग द्वारा जानकारी दी जा रही है कि यहां रेलवे के वरीय अधिकारी द्वारा शोषण किया जा रहा है. आरोप लगाया कि एक कर्मचारी से आठ घंटे तक कार्य लेना है, जबकि यहां आठ घंटे से अधिक समय तक कार्य लिया जा रहा है. वरीय पदाधिकारी द्वारा सभी कर्मचारियों पर प्रेशर बना कर काम कराया जाता है.
संबंधित खबर
और खबरें