संवाददाता, देवघर : बाबा बैद्यनाथ की नगरी इन दिनों सावन की भक्ति में पूरी तरह डूबी हुई है. श्रावणी मेले का रंग इस समय चरम पर है और बाबा दरबार में हर ओर सिर्फ आस्था, श्रद्धा और भक्ति का सैलाब नजर आ रहा है. सुबह से लेकर देर रात तक बोल बम के जयघोषों के बीच बाबा मंदिर परिसर आरती के ज्योत से जगमगा रहा है. जलार्पण के बाद कांवरिये पूरी श्रद्धा से बाबा बैद्यनाथ की आरती करते हैं. बाबा मंदिर के इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित बताते हैं कि आरती पूजा का अंतिम लेकिन सबसे महत्वपूर्ण अंग है. यह केवल दीप जलाना नहीं, बल्कि आत्मा का भगवान के चरणों में पूर्ण समर्पण है. अग्नि की इस ज्योति के माध्यम से भक्त भाव प्रकट करता है कि जैसे एक दिन यह शरीर अग्नि में विलीन होगा, वैसे ही वह आज भगवान में अपने अस्तित्व का समर्पण कर रहा है.
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