उसी आधार पर तेलंगाना पुलिस ने आरोपितों को वहां के कोर्ट में पेश कराने के लिए देवघर कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेने की अर्जी दी. तेलंगाना पुलिस की अर्जी स्वीकार हुई, तो सेंट्रल जेल से आरोपितों को लेकर पुलिस चली गयी. इन साइबर आरोपितों में अजय मंडल सहित छोटी मंडल, मेघन मंडल, प्रदीप मंडल, निरंजन यादव व सहदेव मंडल शमिल है.
10 लाख की साइबर ठगी के आरोपी को तलाश रही उत्तराखंड की पुलिस
इधर मोहनपुर थाना क्षेत्र के परोडाल व आमगाछी में सोमवार की रात को उत्तराखंड की साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने साइबर ठगी के आरोपित की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, लेकिन आरोपित पुलिस की भनक लगते ही फरार हो गया. इसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर सारठ थाना क्षेत्र बगडुबा गांव में छापेमारी की. वहां भी साइबर आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आया. इस दौरान पुलिस ने एक युवक को इस सिलसिले में हिरासत में थाना लाकर पूछताछ की और उसे छोड़ दिया.
इस संबंध में उत्तराखंड के पुलिस अधिकारी दिलबर सिंह ने बताया कि जिला जनपद चम्पावत, थाना टनकपुर क्षेत्र के एक अधिकारी से बैंक अधिकारी बनकर 10 लाख रुपये की साइबर ठगी की गयी है. साइबर ठगी के पैसे को वॉलेट के माध्यम से बैंक के खाते में ट्रांसफर कर लिया है. मामले के अनुसंधान में साइबर ठगी करने वाले व्यक्ति मोहनपुर व सारठ थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. चार सदस्य पुलिस टीम दो दिनों से साइबर ठगों की गिरफ्तारी के लिए कैंप कर रही है.
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