प्रतिनिधि, जसीडीह . जसीडीह के रोहिणी पांडे टोला स्थित शतचंडी दुर्गा मंदिर प्रांगण में शुक्रवार से वैष्णवी ज्येष्ठी दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई. मां दुर्गा की प्रतिमा को पहले दिन नगर भ्रमण कराया गया. इसके बाद प्रतिमा को वेदी पर विराजमान कर मां की पूजा-अर्चना की गयी. मां की प्रतिमा को मंदिर प्रांगण से निकाल कर पांडेय टोला, गांधी चौक, काली मंदिर रोड, हटिया चौक सहित पूरे नगर का भ्रमण कराया गया. भ्रमण के दौरान श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गयी. ढोल-बाजे व मंत्रोच्चार के बीच शोभायात्रा निकाली गयी. इसके बाद प्रतिमा को मंदिर में वेदी पर विराजमान किया गया, जहां आचार्य उपेंद्र नाथ पांडे, उपाचार्य दिनेश पांडे ने विधि विधान पूर्वक पूजा की और आचार्य के सानिध्य में 10 पंडितों ने दुर्गा सप्तशती पाठ किया. इससे पूरे इलाके का माहौल भक्तिमय हो गया. आचार्य उपेंद्रनाथ पांडे ने बताया कि रोहिणी में वैष्णवी ज्येष्ठी दुर्गा पूजा अंग्रेजों के समय 1943 से हो रही है, जो आजतक अनवरत जारी है. मां की असीम कृपा से जो भी भक्त सच्चे मन से मां के दरबार में हाजिरी लगाते हैं. मां उनकी मनोकामना अवश्य पूर्ण करती हैं. प्रतिदिन सैकड़ों कन्याओं को भोजन कराया जाता है. इसके साथ ही महाआरती का आयोजन किया जाता है. पूजा के लिये आसपास के गांव के साथ-साथ बिहार और झारखंड के कई राज्यों से लोग मां के दरबार में पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं. इस मौके पर अध्यक्ष सत्यजीत पांडे, कोषाध्यक्ष पंकज पांडेय, सचिव राजेश पांडे, नारायण पांडे, भास्कर पांडे, रंजीत पांडे, राजकुमार पांडे, सुधीर पांडे, कन्हैया पांडे, उदित पांडे, केशव पांडे, ज्ञानेश्वर पांडे, अमित पांडे, बीरबल पांडे, ब्रजकिशोर पांडे, लालू पांडे, संदीप पांडे, अमर पांडे, डबलू पांडे आदि मौजूद थे.
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