संवाददाता, देवघर: नगर निगम क्षेत्र के पछियारी कोठिया स्थित कचरा प्रोसेसिंग प्लांट से अब आरडीएफ डंपिंग की समस्या दूर होने जा रही है. बीते सोमवार को प्रभात खबर में प्लांट की बदहाली को लेकर प्रकाशित खबर का असर अब नजर आने लगा है. नगर निगम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एजेंसी को सक्रिय किया और प्लांट में खास मशीन की स्थापना कर दी गयी है. इस मशीन के जरिए अब कचरे से निकलने वाले प्लास्टिक और अन्य अवशेषों को प्रोसेस कर “बिस्कुट ” के आकार का ईंधन तैयार किया जायेगा, जिसे आरडीएफ बिस्कुट कहा जा रहा है. ये बिस्कुट सीमेंट फैक्ट्रियों, पावर प्लांटों और अन्य औद्योगिक इकाइयों में जलावन के रूप में काम आयेंगे. सफाई एजेंसी एमएसडब्लूएम के स्थानीय इंचार्ज जय प्रकाश ने बताया कि मशीन का ट्रायल शनिवार से शुरू होगा और जल्द ही उत्पादन तथा आपूर्ति भी शुरू कर दी जायेगी. प्रोसेसिंग प्लांट में दिखेगा बदलाव इंचार्ज ने यह भी स्पष्ट किया कि प्लांट परिसर में जो कचरे के ढेर दिख रहे हैं, वे असल में प्रोसेसिंग के बाद तैयार आरडीएफ सामग्री है. अब इन्हीं को मशीन में प्रोसेस कर उपयोगी ईंधन में बदला जायेगा. एजेंसी ने कई औद्योगिक इकाइयों से पहले ही आपूर्ति के लिए समझौता कर लिया है. खाद उत्पादन भी तेज, शहर को मिलेगा लाभ इसके साथ ही प्लांट में डंप की गयी पुरानी खाद को हटाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. साथ ही नयी जैविक खाद तैयार करने की प्रक्रिया भी जोरों पर है. तैयार खाद फिलहाल देवघर की ही एक कंपनी को आपूर्ति की जा रही है. शहर की सफाई व्यवस्था में आयेगा सुधार नगर निगम और संचालन एजेंसी की यह पहल देवघर शहर की सफाई व्यवस्था को नयी दिशा देगी. इससे न सिर्फ कचरे के ढेर हटेंगे, बल्कि ईंधन और खाद के उत्पादन से स्वच्छता अभियान को भी मजबूती मिलेगी. आने वाले दिनों में यह प्लांट देवघर के लिए रोल मॉडल बन सकता है.
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