वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले माह यानी अप्रैल में ही कोल इंडिया व उसकी सभी अनुषंगी कंपनियां अपने डिस्पैच लक्ष्य से पिछड़ गयी है. आलम यह है कि वर्तमान में कोल इंडिया का डिस्पैच ग्रोथ 1.09 प्रतिशत निगेटिव है. यानी पिछले साल की तुलना में इस साल कोल इंडिया ने कम कोयला डिस्पैच किया है. कोल इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल माह में कंपनी का लक्ष्य 68.85 मिलियन टन उत्पादन व 75.48 मिलियन टन कोयला डिस्पैच का था. इसके मुकाबले कोल कंपनियां 62.06 मिलियन टन उत्पादन व 63.52 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है, जो लक्ष्य का क्रमश: 90 व 84.15 प्रतिशत है. कोयला उत्पादन की बात करें, तो एनसीएल, डब्ल्यूसीएल व एनइसी को छोड़ कोल इंडिया की अन्य सभी अनुषंगी कंपनियां अपने लक्ष्य से पिछड़ गयी हैं. वहीं कोयला डिस्पैच में कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियां लक्ष्य से पीछे रही है. यही कारण है कि कोल इंडिया की कुछ कंपनियों का उत्पादन ग्रोथ, तो कुछ का डिस्पैच ग्रोथ निगेटिव है.
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