संगठन को एक वैचारिक आंदोलन के रूप में देखने की आवश्यकता है. युवा और मातृ शक्ति संगठन की रीढ़ हैं. इनकी सक्रिय भागीदारी से ही सामाजिक बदलाव की दिशा में हमलोग आगे बढ़ सकते हैं. यह कहना है झारखंड मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल का. वह रविवार को राजविलास रिसॉर्ट में आयोजित झारखंड मारवाड़ी सम्मलेन के नौवें अधिवेशन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हमें परंपरा से आगे बढ़ते हुए आधुनिक चुनौतियों का सामना करना होगा. उन्होंने धनबाद इकाई की कार्यशैली, अनुशासन और समर्पण की सराहना की. इसके पूर्व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन गाड़ोदिया और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजकुमार केडिया, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोड़ी व अन्य विशिष्टजन ने दीप प्रज्वलन कर अधिवेशन की शुरुआत की. कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न जिलों से 550 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. ललित कुमार झुनझुनवाला के धन्यवाद ज्ञापन किया. समारोह में सांसद ढुलू महतो भी पहुंचे. उन्होंने समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि जब भी जरूरत होगी, वह उपलब्ध रहेंगे. नंदलाल अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि धनबाद को यह अवसर मिलना गर्व की बात है. राज विलास रिसॉर्ट को नि:शुल्क उपलब्ध कराना मेरा सामाजिक कर्तव्य है. यह आयोजन हमारे समाज की शक्ति, संस्कृति और समर्पण को दर्शाता है. धनबाद जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष कृष्णा अग्रवाल ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने धनबाद को नयी पहचान दी है. यह अधिवेशन सभी के सहयोग से ऐतिहासिक बन सका. कार्यक्रम में मातृशक्ति, युवा इकाई, वरिष्ठ समाजसेवियों और स्थानीय कार्यकर्ताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी विशेष रूप से सराहनीय रही.
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