हम बच्चों के पोषाहार की राशि जल्द भेज दो सरकार, नहीं तो हमारा आहार छिन जायेगा. हमारे माता-पिता मजदूरी करते हैं. हम केंद्र में पढ़ाई करने के साथ भोजन के लिए जाते हैं. अगर राशि शीघ्र नहीं मिली, तो हमारा निवाला बंद हो जायेगा. हमें भूखे रहना पड़ेगा. यह गुहार आंगनबाड़ी केंद्र में आनेवाले बच्चों की सरकार है. छह माह से आंगनबाड़ी केंद्र को पोषाहार की राशि विभाग द्वारा नहीं दी गयी है. केंद्र की संचालिकाओं ने बताया कि दिसंबर माह से ही पोषाहार राशि बकाया है. विभाग की ओर से सिर्फ चावल दिया जा जा रहा है. बाकी सामग्री दुकान से खरीद कर वाउचर विभाग में देना होता है. उसके बाद ही बिल का भुगतान किया जाता है. दुकानदार भी अब उधार देने से मना करने लगे हैं. पोषाहार राशि नहीं मिलने से जिले में चल रहे 2231 आंगनबाड़ी केंद्रों में आनेवाले तीन से छह साल के 63,315 बच्चों का नाश्ता व खाना बंद हो जायेगा. सेविका व सहायिका का कहना है कि अभी तक किसी तरह हमने बच्चों को खिचड़ी, हलवा खिलाया. अब बच्चों को पोषाहार उपलब्ध कराने में असमर्थ हैं.
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