आइआइटी आइएसएम धनबाद के छात्रावासों, आवासीय क्वार्टरों और अन्य विभागीय भवनों में भी पाइपलाइन के माध्यम से रसोई गैस की आपूर्ति होगी. इसके लिए गेल गैस लिमिटेड व आइआइटी आइएसएम प्रबंधन के बीच हुए समझौते के तहत अगले छह माह में संस्थान परिसर के सभी 647 स्टाफ क्वार्टरों, हॉस्टल, मेस, कैंटीन में पाइपलाइन के माध्यम से गैस की आपूर्ति की जाएगी. गेल गैस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पाइपलाइन बिछाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी. जानकारी के अनुसार संस्थान के साथ यह समझौता प्रबंधन की ग्रीन एनर्जी नीति को ध्यान में रखते हुए किया गया है. इसके लिए गेल गैस परिसर में छह इंच की पाइपलाइन बिछाएगी, जो केंद्रीय गैस टर्मिनल से जुड़ी होगी. इसके माध्यम से चरणबद्ध तरीके से सभी भवनों में गैस कनेक्शन दिया जाएगा. गेल गैस द्वारा आपूर्ति की जाने वाली गैस की दर 51 रुपये प्रति एससीएम यूनिट निर्धारित की गई है, जो एलपीजी सिलिंडर की तुलना में सस्ता है.
शहर भर में हो चुका पाइपलाइन बिछाने का काम
गेल गैस वर्तमान में धनबाद शहरी क्षेत्र में गैस वितरण का विस्तार कर रही है. इसके तहत शहर भर में पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है. कंपनी द्वारा बरवाअड्डा, हिरापुर, स्टील गेट, साउथ बलियापुर, कुसुम विहार आदि क्षेत्रों में हाइड्रोटेस्टिंग का काम भी पूरा कर लिया गया है. किसी वजह से स्टेशन के पीछे वाले इलाके जैसे बैंक मोड़, मटकुरिया, लोयाबाद आदि इलाकों में पाइपलाइन का काम भी नहीं हुआ है. कंपनी ने शहर में 50,000 घरों में गैस आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा है.
सिंदरी के 12 हजार घरों में हो रही गैस सप्लाइ
सिंदरी में गेल गैस की परियोजना पहले से संचालित है. यहां खाद कारखाने और आवासीय क्षेत्रों में लगभग 12 हजार परिवारों को पाइपलाइन गैस की सुविधा मिल रही है. कंपनी का उद्देश्य पूरे कोयलांचल क्षेत्र को स्वच्छ ईंधन प्रणाली से जोड़ना है, ताकि वायु प्रदूषण में भी कमी लाई जा सके. इस परियोजना से लोगों को सस्ती, सुरक्षित और स्थायी ऊर्जा समाधान मिलेगा.
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