सामुदायिक भवन सीसीडब्लूओ में आयोजित नौवें ऑल इंडिया मल्टीलिंगुअल ड्रामा, डांस, ड्राइंग एंड म्यूजिक कंपटीशन फेस्टिवल ””””काला हीरा”””” के चौथे दिन सोमवार प्रस्तुत नाटकों ने कई मार्मिक संदेश दिये. जमशेदपुर से आयी नाट्य टीम ने स्वजन सुजन नाटक प्रस्तुत कर मौजूदा परिवेश के बच्चों पर सवाल उठाये तथा वृद्धजनों को इस पर मंथन करने की बात कही. नाटक के माध्यम से कलाकारों ने संदेश दिया की कैसे अभिभावक अपने जीवन का स्वर्णिम पल बच्चों की परवरिश, देखभाल में बिताते हैं. उनकी हर जरूरत व खुशियों का ध्यान रखते हैं. जब उनके केयर करने का समय आता है, तो बच्चे उनसे दूर रहते हैं. बच्चों के प्यार व केयर के लिए वृद्धजन कैसे तरसते हैं. नाटक के लेखक व निदेशक जॉय मुखोपाध्याय थे. पापिया मिशअरा, रंजीता घोष, पिंटू अता, अभिषेक तिवारी, शुभोमय बनर्जी, सुनंदा चौधरी, जॉय मुखोपाध्याय सोमेन रक्षित, उदय प्रमाणिक ने नाटक में भूमिका निभायी. इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के पदाधिकारी व स्थानीय अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की. इसके बाद भागलपुर के कलाकार ऋषि राज ने ””””कहानियां सुनाती है पवन आती जाती है”””” गीत गाकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी. सांस्कृतिक नृत्य में ऑल इंडिया थिएटर काउंसिल के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुनील दत्त विश्वकर्मा की हुनर संस्थान आजमगढ़ क्लासिकल ग्रुप डांस टीम ने दर्शकों का दिल जीत लिया. उसके बाद विभिन्न राज्यों से आये कलाकारों ने एकल अभिनय प्रस्तुत किया.
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